
वाणिज्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि देश का वस्तु एवं सेवा निर्यात 2024-25 में 820 अरब डॉलर को पार कर गया है, जो वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद पिछले वित्त वर्ष की तुलना में करीब छह फीसदी की वृद्धि है। वित्त वर्ष 2024 में निर्यात 778 अरब डॉलर रहा था। मंत्रालय ने मौजूदा स्थिति से उत्पन्न अवसरों पर विचार-विमर्श करने और इससे निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों से उद्योग को अवगत कराने के लिए बुलाई गई बैठक के दौरान निर्यातकों को यह आंकड़ा बताया। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिका द्वारा उच्च शुल्क लगाए जाने के आलोक में निर्यात संवर्धन परिषदों और उद्योग निकायों के साथ विचार-विमर्श किया। मंत्रालय ने निर्यातकों को आश्वासन दिया कि सरकार वैश्विक व्यापार माहौल में हाल के बदलावों को सफलतापूर्वक नेविगेट करने में सक्षम बनाने के लिए अनुकूल माहौल प्रदान करने के लिए काम करेगी। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण फरवरी में लगातार चौथे महीने निर्यात नकारात्मक रहा है। अप्रैल-फरवरी 2024-25 के दौरान भारत का वस्तु निर्यात 395.63 बिलियन डॉलर रहा, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 395.38 बिलियन डॉलर था। अप्रैल-फरवरी 2024-25 के दौरान सेवा निर्यात का अनुमानित मूल्य 354.90 बिलियन डॉलर है, जबकि अप्रैल-फरवरी 2023-24 में यह 311.05 बिलियन डॉलर था।