
अवैध शराब के धंधेबाजों के खिलाफ कार्रवाई में शिथिलता, उनके साथ सांठगांठ व रिश्वतखोरी के आरोप में जिले के दो थानाध्यक्ष, एक दारोगा व एक चौकीदार तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए गए हैं। सभी संबंधितों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि अवैध शराब धंधेबाजों द्वारा किए जा रहे नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने में विफलता, गैस व तेल की कटिंग राष्ट्रीय राजमार्ग पर करनेवाले गिरोह के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के आरोप में पीपराकोठी के थानाध्यक्ष पुलिस निरीक्षक खालिद अख्तर को निलंबित किया गया है। इसके अतिरिक्त खालिद पर मादक पदार्थों की तस्करी करनेवाले पीपराकोठी थानाक्षेत्र निवासी रोजा मियां को संरक्षण देने का भी आरोप है।
वहीं एसपी ने शराब के अवैध कारोबारियों के साथ सांठ-गांठ के आरोप में बीजधरी ओपी के अध्यक्ष राजीव कुमार व चौकीदार रंजन कुमार को निलंबित किया है। थानाध्यक्ष पर चौकीदार के प्रभाव में आकर शराब धंधेबाजों के साथ सांठगांठ कर झूठा मुकदमा कर लोगों को परेशान करने का भी आरोप है। इस शिकायत की जांच एसपी ने पकड़ीदयाल के अपर पुलिस अधीक्षक मोहिबुल अंसारी से कराई। उनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर दोनों को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई भी शुरू की गई है। मधुबन प्रखंड की गड़हिया ओपी के दारोगा मुन्ना सिंह को रिश्वत मांगने के आरोप में निलंबित किया गया है। इस संबंध में एसपी ने बताया कि दारोगा मुन्ना सिंह ने प्रवेज आलम नामक व्यक्ति से एक केस में 41 क के तहत लाभ देने के लिए पांच हजार की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने रिश्वत मांगने का आडियो भी एसपी को दिया था। इसकी भी जांच में रिश्वत मांगने का आरोप सत्य पाया गया था।