टाटा स्टील का ट्राइबल कॉन्क्लेव ‘संवाद’ का शनिवार की शाम गोपाल मैदान में 301 नगाड़े की थाप पर आगाज होगा. पांच दिवसीय कॉन्क्लेव में 26 राज्यों के 153 जनजातियों के 2500 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे. सांस्कृतिक कार्यक्रम की अपने-अपने क्षेत्रों की लोक कला संस्कृति की प्रस्तुति देंगे. शहरवासी गोपाल मैदान में आयोजित कार्यक्रम न सिर्फ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लेंगे बल्कि हैंडीक्राफ्ट के लगाए गए स्टॉल पर खरीददारी करने के साथ वैद्यों के तैयार की गई दवाइयों व आदिवासी खानपान का आनंद लेंगे. टाटा स्टील के सीईओ व ग्लोबल प्रबंध निदेशक टी वी नरेन्द्रन, वाइस प्रेसीडेंट कॉरपोरेट सर्विसेज डी बी सुन्दर रामम समेत अन्य वाइस प्रेसीडेंट, जनजातीय समुदाय के लोग भाग लेंगे।
टाटा स्टील की ओर से सोनारी स्थित ट्राइलब कल्चरल सेंटर में आयोजित प्रेसवार्ता में टाटा स्टील फाउंडेशन के सीईओ सौरव रॉय ने कहा कि संवाद के प्रत्येक दिन विचार विमर्श और जश्न मनाया जाएगा. पांच दिवसीय कार्यक्रम में प्रत्येक दिन सुबह में शहर के अलग-अलग जगहों पर कार्यक्रम किए जाते हैं जबकि शाम में गोपाल मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि गोपाल मैदान में 51 स्टॉल होंगे, जिनमें आदिवासी हस्तशिल्प प्रदर्शित किए जाएंगे और 30 स्टॉल आदिवासी चिकित्सा पद्धतियों के होंगे, जो आदिवासी ज्ञान व शिल्प कौशल का गहन अनुभव प्रदान करेंगे। आदिवासी व्यंजन. इस वर्ष आतिथ्य आदिवासी व्यंजन की 12 विविध जनजातियों के 19 होम कुक को एक साथ ला रही है जो आकर्षक फूड स्टॉलों के माध्यम से कई प्रकार के विशिष्ट आदिवासी व्यंजन प्रस्तुत करेंगे।
ये अद्वितीय आदिवासी व्यंजन जमशेदपुर में ज़ोमैटो पर भी उपलब्ध होंगे. जोमैटो काउंटर 15 नवंबर को दोपहर 3 बजे से शुरू होगा और उसके बाद 16 से 19 नवंबर तक प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे तक उपलब्ध रहेगा. 24 जनजातीय चिकित्सक साझा करेंगे अपने अनुभव 12 राज्यों की 24 जनजातियों के आदिवासी चिकित्सक गोपाल मैदान में 30 आउटलेट पर अपनी पारंपरिक स्वास्थ्य पद्धतियों को साझा करने के लिए एक साथ आएंगे. इस वर्ष का फोकस जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों, कायरोप्रैक्टिक चिकित्सा, बांझपन सहित अन्य चीजों पर रहेगा। हस्तशिल्प गोपाल मैदान में 51 आउटलेट के माध्यम से 18 राज्यों और 30 जनजातियों की 34 अद्वितीय आदिवासी कला रूपों की एक जीवंत प्रदर्शनी प्रस्तुत की जाएगी. संवाद फेलोशिप : संवाद फेलोशिप जिसमें 26 राज्यों और 122 जनजातियों से प्राप्त 572 आवेदनों में से चुने गए 34 प्रतिभागियों को शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि इस बार संवाद में 75 प्रतिशत ऐसे लोग हैं जो पहली बार भाग ले रहे हैं।
