
बोरिंग कैनाल रोड में शनिवार की रात बड़ा हादसा टल गया । हरिलाल स्वोट्स वाली बिल्डिंग धराशाई होने से चच गई। इसके बगल में कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स (व्यावसायिक भवन) बनाने के लिए बिल्डर नींव की खुदाई करा रहा था कि इसी बीच सेफ्टी वाल (सुरक्षा दीवार) टूट गयी। इससे आसपास के दो मकानों में दरार आ गई है।जिस समय यह घटना हुई उस समय बगल की बिल्डिंग में 50 छात्राएं सो रही थीं। रात में ही जिला प्रशासन ने तीनों इमारतों को खाली करा लिया। यहां सानेवाले 200 लोगों को दूसरी जगह स्थानांतरित किया गया है। कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाने के लिए 30 फीट गहरी खुदाई की गई है। डीएम के निर्देश पर गड्ढे को भरने का काम शुरू कर दिया गया है। मौके पर मजिस्ट्रेट एवं भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गाई है। 24 घंटे तक आसपास की दुकानों को खोलने पर रोक लगा दी गई है। डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने बताया कि जहां खुदाई की जा रही थी, उसके बगल वाली एक इमारत के गिरने का खतरा है, इसलिए उसे खाली कर दिया गया है। आपदा प्रबंधन की टीम को मौके पर लगा दिया गया है। इधर, खुदाई करने वाले मजदूर और इंजीनियर मौके पर जेसीबी को छोड़कर फरार हो गए हैं। जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
सो रही थीं छात्राएं: बोरिंग रोड चौराहे से सटे पश्चिमी बोरिंग कैनाल रोड के जिस भवन में दरार आई है, उसमें शनिवार की रात 50 छात्राएं सो रही थीं। इस बिल्डिंग में एक आवासीय स्कूलका हॉस्टल है। जहां खुदाई की जा रही थी वहां पहले से ही चिल्डर द्वारा एक सेफ्टी वाल बनायी गयी थी, लेकिन रात में करीब 2 बजे सेफ्टी वाल टूटगयी। इसके बाद जोर की आवाज हुई। लोग घबरा गए तथा छात्राएं निकलकर बाहर आ गई। रात करीब ढाई बजे जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और भवन में रहने वाले लोगों को दूसरी जगह स्थानांतरित करने का काम शुरू किया। इससे सटे दो अन्य मकानों से भी लोगों को दूसरी जगह जाने को कहा गया है।जिलाधिकारी ने कहा कि तत्काल एक तीन सदस्यीय समिति गठित की गयी है। इसमे अपर जिला दंडाधिकारी। आपदा प्रबंधन), अपर नगर आयुक्त और भूमि सुधार उप समाहर्ता, पटना सदर सदस्य के तौर पर नामित किए गए हैं। समिति को इस तथ्य की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं कि बिल्डर द्वारा बिल्डिंग बायलॉज, आपदा प्रबंधन अधिनियम एवं अन्य प्रावधानों का पालन किया गया है या नहीं। अनुपालन नहीं किए जाने की स्थिति में बिल्डर के विरुद्ध तत्काल प्राथमिकी दर्ज की जाएंगी।
बोरिंग कैनाल रोड में कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स के निर्माण के दौरान हुए हादसे के मामले में बिल्डर फैजान अली सरवर, वास्तुविद सरोज कुमार सिंह और भूस्वामी सुनीता देवी के खिलाफ अनाधिकृत रूप से और बिना नक्शा स्वीकृत कराये निर्माण कार्य करने को लेकर नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर नेप्राथमिकी दर्ज कराई है। एसके पुरी पुलिस केस दर्ज, कर मामले की जांच में जुट गई है। थानेदार नेचताया कि तीन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। बोरिंग रोड में रविवार को निर्माणाधीन इमारत के बेसमेंट की नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि वाद खत्म होने तक निर्माण कार्य पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है। वहीं बिल्डर को बेसमेंट के लिए की गई खुदाई को भरने और दूसरे भवनों को नुकसान न हो इसके लिए सुरक्षात्मक व्यवस्था सुनिश्चित करना होगा। नगर निगम की निगरानी समिति की ओर से सुरक्षात्मक उपाय के लिए टीम भी स्थल पर तैनात कर दी गई है। खुदाई के कारण आसपास के कई भवनों की नींव कमजोर हो गई है और एक इमारततो कभी भी ध्वस्त होने की स्थिति में पहुंच गई। नगर आयुक्त के निर्देश पर निगम के पदाधिकारी द्वारा इस निर्माणाधीन नक्शे की जांच की गई। जांच में पाया गया कि निगम में नक्शापास कराने के लिए आवेदन दिया गया था। जिस पर निगम द्वारा वांछित कागजात की मांग की गई। बिल्डर ने अब तक कागजात नहीं दिए हैं। 13 जून को नियमं द्वारा इस पर पत्र भेजा गया था। लेकिन जवाब प्राप्त नहीं हुआ। मंजूरी के थिना निर्माण शुरू कर दिया गया।