
चर्चित उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या में शूटर ने जिस 29 वर्षीय विकास उर्फ राजा से हथियार उपलब्ध कराने को लेकर संपर्क किया था, वह गिरफ्तारी के बाद पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया। पुलिस ने उसे उठाया और उसकी निशानदेही पर हथियार बरामद करने के लिए सोमवार की रात लगभग 2.45 बजे मालसलामी क्षेत्र के पीरदमड़िया घाट के समीप ईंट-भट्ठा परिसर में ले गई थी। राजा ने ईंट भट्टा की चिमनी के नीचे कट्टा छिपा रखा था। हाथ में हथियार आते ही उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर भागने का प्रयास किया।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे मार गिराया। मुठभेड़ की सूचना मिलते ही एसएसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया। पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कालेज भेज दिया। रेंज आइजी जितेंद्र राणा ने बताया कि राजा के खिलाफ हत्या सहित नौ मामले दर्ज थे। शूटर की गिरफ्तारी के बाद सामने आया था राजा का नाम: गोपाल खेमका हत्याकांड में गिरफ्तार शूटर उमेश कुमार ने पूछताछ में बताया कि उसने हथियार के लिए मालसलामी थाना क्षेत्र के दाहूचक नगला निवासी किराए में रहने वाले 29 वर्षीय विकास उर्फ राजा से संपर्क किया था।
परंतु वह सुपारी की रकम में हिस्सेदार हो जाता, इस कारण उसने पूरी रकम अपने पास रखने के इरादे से उससे हथियार नहीं लिया और बिल्डर से ही सुपारी की रकम के साथ हथियार भी ले लिया। शूटर से संपर्क के आधार पर पुलिस ने राजा को उठाया। उसने पूछताछ में बताया कि उसने अपना हथियार दो वर्षों से बंद अशोक कुमार के ईंट भट्टा परिसर में छुपा रखा है। पांच जगह गोली लगने सामने आ रही बात राजा के पेट, छाती, पीठ, कंधे, कमर के पीछे के हिस्से में गोली के जख्म होने की बातकही गई है। घटनास्थल से एक गोली और खोखा बरामद किया, जिस बंद पड़े ईंट भट्ठे के अंदर मुठभेड़ हुई है, वहां पर ताश के पते, एक डिस्पोजल ग्लास, गुटखा का पातच व बोरा गिरा हुआ था।