
शेखपुरा पुलिस मुख्यालय पीपुल्स फ्रेंडली पुलिसिंग के दावे ठोंक रहा है। वहीं, जिले में सोमवार की शाम पुलिस का अमानवीय चेहरा देखने को मिला। रास्ता नहीं देने पर मेहुस थानेदार प्रवीण चंद्र दिवाकर ने ई-रिक्शा चालक प्रद्युमन कुमार की बेरहमी से पिटाई कर दी। इसके बाद भी उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ तो चालक को थाने पर लाकर थूक चटवाकर माफी मंगवाई। मामला संज्ञान में आने के बाद एसपी बलिराम कुमार चौधरी ने मंगलवार की शाम आरोपित थानेदार प्रवीण चंद्र दिवाकर को निलंबित कर दिया। अब उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही होगी।
इधर, पिटाई से प्रद्युमन के कई अंगों से चमड़े उखड़ गए हैं। अस्पताल में उपचार करने के बाद उसने बरबीघा विधायक सुदर्शन कुमार से मुलाकात कर आपबीती सुनाई थी। एसपी ने एसडीपीओ को मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया था। रिपोर्ट के आधार पर थानेदार को निलंबित किया गया। एसपी ने कहा कि कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है। बताया जाता है कि मेहुस चौक से प्रद्युमन ई-रिक्शा लेकर जा रहा था। पीछे से थानेदार बुलेट बाइक से आ रहे थे। उन्होंने साइड (रास्ता) देने के लिए हार्न बजाया, लेकिन आगे निकलने की जगह नहीं मिल सकी।
इसके बाद थानेदार का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने लाठी से ई-रिक्शा चालक की पिटाई कर दी। इसके बाद गश्ती दल को बुलाकर उसे थाने पर लेकर गए। आरोप है कि थाने में पुलिसकर्मियों के सामने उससे थूक चटवाई गई। इसके बाद उससे माफी मंगवा कर मुक्त किया गया। इधर, निलंबित थानेदार प्रवीण चंद्र दिवाकर का कहना है कि वे सोमवार की शाम पुलिस बल के साथ गश्त लगा रहे थे। साथ में महिला सिपाही भी थीं। ई-रिक्शा चालक ने महिला सिपाहियों की तरफ इशारा करते हुए सीटी बजाई और फब्तियां कसी। अब वह मामले को दूसरा रूप देने की कोशिश में लगा है।