
ढाका थाना क्षेत्र के लहन ढाका गांव में गुरुवार की दोपहर करीब एक बजे नवनिर्मित शौचालय की टंकी साफ करने गए चार मजदूरों देवेंद्र यादव, बसी अंसारी, हसनैन अंसारी और अबू बकर की दम घुटने से मौत हो गई। टंकी से निकाले गए मजदूरों को लेकर लोग ढाका अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे। वहां चिकित्सकों की कमी देख हंगामा करने लगे। बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की। अस्पताल में खड़ी एक एंबुलेंस को आग के हवाले कर दिया। वहीं दूसरी एंबुलेंस में तोड़फोड़ की। पूर्वी चंपारण के ढाका अनुमंडलीय अस्पताल में चिकित्सक की कमी देख भड़के लोग, एंबुलेंस को किया आग के हवाले
अस्पताल की इमरजेंसी के अलावा जीएनएम कालेज और छात्रावास में भी तोड़फोड़ की। इस बीच आग पर काबू पाने पहुंचे अग्निशमन दस्ते पर भी हमला बोल दिया। वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। नाराज लोगों ने अस्पताल उपाधीक्षक डा. सुधीर कुमार गुप्ता के निजी आवास सह क्लीनिक में भी तोड़फोड़ की।
लोगों के हमले में ढाका थाने के दारोगा रमण कुमार समेत तीन पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। लोगों का कहना था कि सरकारी अस्पताल में तीन और एक मजदूर को उपाधीक्षक के निजी क्लीनिक में लाया गया। अस्पताल में मात्र एक डाक्टर थे, जो परेशान हो गए। यदि ज्यादा चिकित्सक होते और तत्काल इलाज किया जाता।