
बंगाल के उत्तर 24 परगना में 24 वर्षीय महिला देबोलिना चक्रवर्ती को बड़े पैमाने पर सिम कार्ड घोटाला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। चक्रवर्ती कोलकाता के गरीब इलाकों में जाती थी, एक स्टॉल लगाती थी और निवासियों को धोखा देकर उनसे उनकी निजी जानकारी मांगती थी। वह इस जानकारी का इस्तेमाल उनके नाम पर सिम कार्ड हासिल करने के लिए करती थी, जिसे बाद में अवैध गतिविधियों के लिए अपराधियों को बेच दिया जाता था। पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की कि यह ऑपरेशन लंबे समय से चल रहा था, जिसमें महिला कमजोर समुदायों को निशाना बना रही थी। चक्रवर्ती के घर पर छापेमारी के दौरान, अधिकारियों को अवैध वस्तुओं का एक बड़ा जखीरा मिला। पुलिस ने 2,200 से अधिक प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड, 15 बायोमेट्रिक मशीनें और 18 मोबाइल फोन जब्त किए। यह खोज बंगाल में सबसे बड़े सिम कार्ड रिकवरी ऑपरेशन में से एक है। कथित तौर पर कार्ड आपराधिक उद्यमों में उपयोग के लिए तैयार किए गए थे, जिसमें बायोमेट्रिक मशीनों का इस्तेमाल धोखाधड़ी से सिम को पंजीकृत करने के लिए किया गया था। पुलिस ऑपरेशन में चक्रवर्ती के पति अनिर्बान साहा और उनके सहयोगी रिपन साहा को भी गिरफ्तार किया गया, जिन पर अवैध व्यापार में सहायता करने का आरोप है। कोलकाता पुलिस का खुफिया विभाग इस पूरे ऑपरेशन की पूरी जांच कर रहा है, जिसमें व्यापक आपराधिक नेटवर्क से संभावित संबंध भी शामिल हैं। अधिकारियों ने अवैध गतिविधियों के लिए सिम कार्ड के बढ़ते दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त की है और भविष्य में इसी तरह के घोटालों पर लगाम लगाने और निगरानी बढ़ाने के लिए कदम उठा रहे हैं।