
गौरीचक थाना क्षेत्र के जनकपुर मोड़ के समीप रविवार की देर रात पटना गया स्टेट हाइवे एक के किनारे एक झोपड़ी में अचानक आग लग गई। जिससे झोपड़ी में सो रहे चार बच्चों को भागने का मौका नहीं मिला, झुलसने से दो की मौत हो गई, जबकि दो अन्य मामूली रूप से झुलसे हैं। मृतकों की पहचान जनकपुर निवासी शनिवार नट के पुत्र आदित्य कुमार (04 वर्ष) और सन्नी (08 वर्ष) के रूप में हुई है। वहीं, डेढ़ वर्षीय सोमित का चेहरा और 10 वर्षीय रोहित का पैर मामूली रूप से झुलस गया।
दोनों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाद सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस व स्थानीय लोगों ने आग बुझाई। तब तक गंभीर रूप से झुलसने से दो बच्चों की मौत हो चुकी थी। मौके पर पहुंचे एएसआइ गयासुद्दीन ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। परिवार को मुआवजा व राहत के लिए प्रखंड प्रशासन को सूचित किया गया है। शनिवार नट की पत्नी सीमा देवी ने बताया कि वह कई वर्षों से अपने मायके में रह रही है। रविवार रात वह पास की दूसरी झोपड़ी में सो रही थी और चारों बच्चे अलग सो रहे थे। रात लगभग 12 बजे अचानक बच्चों की झोपड़ी में आग लग गई।
जबतक उसकी नींद खुलती, आग से पूरी झोपड़ी घिर चुकी थी। स्वजन व पड़ोसियों की मदद से उसने किसी तरह दो बच्चों को बचाया, तब तक दो बच्चे बुरी तरह झुलस चुके थे। इसके बाद लोगों ने आग बुझाई, इसके बाद पुलिस पहुंची। मुआवजा व आवास की मांग स्थानीय वार्ड पार्षद पप्पू कुमार यादव ने बताया कि पीड़ित परिवार विगत 50 वर्षों से इस स्थान पर रह रहा है, लेकिन अभी तक उनका पक्का मकान नहीं बन सका। इसी कारण दो बच्चों को जान गंवानी पड़ी। प्रशासन को इस परिवार को पक्का मकान व मुआवजा शीघ्र देना चाहिए।