
एसएमई (छोटे और मध्यम कारोबार) के लिए अग्रणी बिज़नेस मैनेजमेंट प्लेटफ़ॉर्म टाइड ने आज अपने ऐप पर फिक्स्ड डिपॉज़िट (एफडी) सेवा शुरू करने की घोषणा की। इस सुविधा के माध्यम से छोटे व्यवसाय अपने बैलेंस पर बेहतर रिटर्न कमा सकेंगे—वह भी पूरी तरह डिजिटल और बिना किसी कागज़ी झंझट के। यह नई पहल एसएमई को अपनी वित्तीय स्थिति बेहतर ढंग से प्रबंधित करने, पूंजी को कुशलता से बढ़ाने और मज़बूत आर्थिक आधार बनाने में मदद करेगी। 8.84% तक वार्षिक ब्याज* और 7 दिन से 60 महीने तक की अवधि के विकल्पों के साथ, अब एसएमई अपनी खाली पड़ी वर्किंग कैपिटल को सिर्फ 1,000 रुपये से शुरू होने वाले उच्च रिटर्न वाले, फिक्स्ड-रिटर्न इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश कर सकते हैं। बाज़ार में मौजूद अन्य विकल्पों के विपरीत, टाइड की एफडी सुविधा में कोई जटिल कागज़ी प्रक्रिया नहीं है—उद्यमी सीधे टाइड ऐप के भीतर ही अपनी एफडी बुक, मैनेज और ट्रैक कर सकते हैं।
आरबीआई-नियंत्रित बैंकों और एनबीएफसी—जैसे सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक, बजाज फाइनेंस लिमिटेड, महिंद्रा फाइनेंस और अन्य—के साथ साझेदारी के ज़रिए, टाइड का लक्ष्य अपने प्लेटफ़ॉर्म पर की गई फिक्स्ड डिपॉज़िट को पूरी तरह सुरक्षित बनाना है। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 85% से अधिक एसएमई की पूंजी कम ब्याज वाले चालू खातों में पड़ी रहती है। वहीं, क्रिसिल एसएमई इनसाइट रिपोर्ट (2022) बताती है कि 60% से अधिक एसएमई, कम जोखिम की वजह से, फिक्स्ड-रिटर्न निवेश साधनों को प्राथमिकता देते हैं। टाइड की नई एफडी सुविधा इन दोनों चुनौतियों को दूर करने के लिए बनाई गई है, ताकि एसएमई को निश्चित रिटर्न के साथ-साथ अपने निवेश तक आसान और त्वरित पहुंच भी मिल सके।
टाइड इंडिया के सीईओ गुरजोधपाल सिंह ने कहा, “भारत में एसएमई की एक बड़ी रकम चालू खातों में पड़ी रहती है, जिस पर बहुत कम या बिल्कुल भी ब्याज नहीं मिलता। टाइड में हमारा मानना है कि छोटे व्यवसायों को उनकी अतिरिक्त पूंजी से अधिकतम लाभ दिलाना ही वास्तविक वित्तीय सशक्तिकरण की दिशा में कदम है। हमारी फिक्स्ड डिपॉज़िट सुविधा इस प्रक्रिया को आसान बनाती है—तुरंत बुकिंग, लचीली अवधि और टाइड प्लेटफ़ॉर्म पर पूरी तरह एकीकृत अनुभव के साथ।”