
जिले के पालीगंज प्रखंड के खीरी मोड़ गांव में विषाक्त दूध पीने से तीन भाई-बहनों की मौत हो गयी। मरने वाले बच्चों में विकास कुमार चार वर्ष, मोहित कुमार एवं उसकी बहन छह वर्षीय निधि कुमारी शामिल हैं। मृतक सभी बच्चे अरवल जिले के कलेर प्रखंड के मसदपुर गांव निवासी मोहन ठाकुर के पुत्र बताए जाते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार मोहन ठाकुर सूरत में प्राइवेट नौकरी करते हैं। उनकी पत्नी नीरा देवी बच्चों को लेकर दो माह से मायके पटना जिले के खीरी मोड़ गांव में रह रही थीं। सोमवार की रात करीब 10 बजे बच्चों को दूध पीने के लिए दिया गया था। इसके बाद बच्चे सोने चले गए, लेकिन करीब एक घंटा बाद बच्चों के पेट में तेज दर्द शुरू हो गया। इसके बाद परिजन इलाज के लिए अरवल सदर अस्पताल लेकर जाने लगे। लेकिन रास्ते में ही विकास औरमोहित ने दम तोड़ दिया। रात में पेरिजन बच्चों को लेकर मसदपुर चले गए। इस बीच छह वर्षीय निधि कुमारी की तबीयत बिगड़ने पर फिर परिजन अरवल सदर अस्पताल पहुंचे, जहां पीकू वार्ड में गंभीर रूप से बीमार बच्ची के इलाज के बाद पीएमसीएच पटना रेफर किया गया।
मंगलवार की शाम को निधि कुमारी की भी मौत हो गयी। इस घटना के बाद बच्चों के ननिहाल खीरी मोड़ एवं कलेर प्रखंड के मसदपुर गांव में मातम पसर गया। मृतक के चाचा रंजय ठाकुर ने बताया कि रात में सभी लिट्टी-चोखा खाए थे। उसके बाद दोनों भाई था एवं बहन जो बाहर से दूध आया एक-एक गिलास पीए थे। दूध पीने के एक घंटा के बाद तीनों भाई एवं बहन के पेट में तेज दर्द होने लगा। उसके बाद खीरी मोड़ गांव से इलाज के लिए अस्पताल लेकर गए। लेकिन रास्ते में दोनों भाइयों की मौत हो गई। मृतक के चाचा सरयू ठाकुर का आरोप है कि उस दूध में जहर था। इससे तीनों बच्चों की मौत हो गयी है। अरवल सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. रमन आर्यभट्ट ने बताया कि दो बच्चों की मौत हो गई थी। गंभीर अवस्था में 6 वर्षीय निधि कुमारी को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था। बच्चे में विषाक्त भोजन करने के लक्ष्यण मिल रहे हैं।