
कटिहार, अमदाबाद के दक्षिणी करीमल्लूपुर, मेघू टोला गोला घाट से झारखंड के साहिबगंज जिले के सकरी गली जा रही छोटी नाव (डेंगी) गंगा में पलट गयी। घटना रविवार सुबह करीब 8.30 बजे हुई। छोटी सी नाव पर नाविक समेत 18 लोग सवार थे। बीच धारा में अचानक असंतुलित होकर नाव पलटी और सभी डूबने लगे। तीन साल के एक बालक सहित तीन लोगों की मौत हो गयी। लोगों की मदद से आठ लोगों को गंगा से सुरक्षित निकाल लियागया, जबकि सात अब भी लापता हैं। एसडीआरएफ की टीम देर शाम तक गंगा में सर्च ऑपरेशन चलाकर उनकी तलाश करती रही।
डीएम मनेश कुमार मीणा ने बताया कि गंगा में नाव पलटने से उस पर सवार एक बालक समेत तीन लोगों की मौत हो गई है। आठ लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। सात लोगों की तलाश की जा रही है। एसडीओ मनिहारी सीओ अमदाबाद और एसएचओ मेघू टीला में राहत अभियान की निगरानी कर रहे हैं। मृतकों में अमदाबाद के 18 लोग छोटी नाव में सवार थे डूब रहे आठ लोगों को बचाया गया मुख्यमंत्री ने गंगा में डूबने से हुई मौत पर दुख जताया पवन मंडल (65 वर्ष), प्राणपुर के सुधीर मंडल (70 वर्ष), अजय मंडल का पुत्र दीप कुमार (03 वर्ष) शामिल हैं। नाव पर सवार लोग आपस में रिश्तेदार थे। नाव में सवार सभी लोग झूमा देवी की मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने साहिबगंज जिले के सकरी गली जा रहे थे। झुमा देवी को स्थानीय लोगों ने सुरक्षित बचा लिया। शनिवार को ही सारे रिश्तेदार पहले मनिहारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कटिहार में नाव डूबने से तीन लोगों की हुयी मौत पर गहरा शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह घटना अत्यंत दुखद है। उन्होंने इस घटना मेंघाट पहुंचे थे, मगर तब तक जहाज खुल चुका था। इसके बाद रात में ये लोग इंतजार करके रविवार सुबह डेंगी नाव लेकर नाविक सहित सकरी गली के लिए रवाना हुए। गंगा की मुख्य धारा में पहुंचते ही नाव का संतुलन बिगड़ा और देखते ही देखते नाव गंगा के प्रवाह में डूब गई।
स्थानीय ग्रामीण गब्बर सिंह ने दिखाया साहस घाट किनारे बैठे लापता अन्य लोगों की समुचित खोजबीन जारी रखने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश भी दिया है। ग्रामीण गब्बर सिंह ने देखा कि नाव पलट गई और लोग डूब रहे हैं तो फौरन अपने भाई के साथ नाव लेकर वह गंगा में उतरा और 11 लोगों को गंगा से बाहर निकाला। मनिहारी विधायक मनोहर प्रसाद सिंह ने कहा कि इस इलाके में भी एसडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति होनी चाहिए। ताकि इस तरह की घटना होने पर समय रहते लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।