शहर के जादोपुर मोड़ के समीप एनएच 27 पर रविवार की शाम करीब सात बजे पुलिस की गश्ती गाड़ी की ठोकर से सड़क किनारे गोलगप्पा बेच रहे एक दुकानदार सहित तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। तीनों को इलाज के लिए पहले सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसमें दो की नाजुक हालत को देखते डॉक्टरों ने गोरखपुर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल रेफर कर दिया। जख्मी लोगों में जादोपुर मोड़ के निवासी नंदू चौहान, एकडेरवां के राजा अंसारी और एहसान अली शामिल हैं। इसमें राजा अंसारी एवं नंदू चौहान को गोरखपुर रेफर कर दिया गया।हादसे के बाद जख्मी लोगों की मौत हो जाने की अफवाह फैल जाने से लोग उग्र हो गए। पुलिस की गाड़ी आग लगा दी और नारेबाजी करने लगे।
गुस्साए लोगों ने मौके पर पहुंचे नगर थाने के पुलिस इंस्पेक्टर प्रवीण प्रभाकर को घेर लिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर एसपी अवधेश दीक्षित और सदर एसडीपीओ प्रांजल मौके पर पहुंचे। वज्र वाहन के साथ बड़ी संख्या में पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को समझाया। लेकिन, कोई कुछ सुनने को तैयार नहीं था।बाद में पुलिस ने उग्र लोगों को खदेड़ कर तीतर बितर कर दिया। पुलिस ने लाठी भी भांजी। आंसू गैस के गोले छोड़े गए। एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि मामले में दो दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया। मामले कीछानबीन की जा रही है। कानून को हाथ में लेने वालों का बख्शा नहीं जाएगा। इधर, पुलिस की गाड़ी के चालक ने किसी दूसरी गाड़ी से ठोकर लगने की बात कही है।
जादोपुर मोड़ के समीप एनएच 27 पर फ्लाईओवर के नीचे पुलिस की गाड़ी की ठोकर से गोलगप्पा बेच रहे दुकानदार और गोलगप्पा खा रहे दो युवकों के जख्मी होने के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। तीनों ठोकर लगने के बाद सड़क पर गिर कर कराहने लगे। देखते-देखते गोलगप्पा दुकान नंदू चौहान और राजा अंसारी बेहोश हो गए। मौके पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई। शहर से जादोपुर की ओर जाने वाली सड़क पर यातायात थम गया। स्थानीय लोग तीनों जख्मी को आनन-फानन में उठा कर सदर अस्पताल इलाज के लिए ले गए। इस बीच भीड़ में किसी ने अफवाह फैला दी कि पुलिस की गाड़ी से जख्मी तीन लोगों में से दो की मौत हो गई। इससे लोग उग्र हो गए।
