जिले में एक दारोगा ने ही जब्त कर मटिहानी थाना परिसर में रखी जीप गत 15 फरवरी की रात चोरी करा दी और उसके स्थान पर उसी नंबर प्लेट की खटारा जीप खड़ी कर दी। बड़ी बात यह कि चोरी का पता 13 दिनों बाद चला, जब मामले की जांच की गई तो चोरी में दारोगा अपने तीन सहयोगियों संग संलिप्त पाया गया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दारोगा सुजीत कुमार समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
हालांकि कोर्ट ने दारोगा सुजीत कुमार एवं प्राइवेट गाड़ी चालक मो. जाकिर को पीआर बांड पर जमानत दे दी। जबकि इस मामले में गिरफ्तार मुकुंद कुमार एवं अमित कुमार को कोर्ट ने जेल भेजने का आदेश दिया।एसपी मनीष ने आरोपित दारोगा को निलंबित कर दिया है। चोरी की रात मटिहानी थाना में ड्यूटी पर तैनात पुलिस अवर निरीक्षक ओम प्रकाश को सिरिस्ता में बैठकर मोबाइल में व्यस्त पाए जाने को लेकर थानाध्यक्ष नीतेश कुमार से स्पष्टीकरण पूछा गया है।
एसपी मनीष ने बताया कि गत 28 फरवरी को थाना परिसर में भ्रमण के क्रम में थानाध्यक्ष नीतेश कुमार को जब्त नई कमांडर जीप बदले जाने का संदेह हुआ तो जांच पड़ताल की थी। थाने का सीसीटीवी फुटेज देखा गया तो मटिहानी थाना का पूर्व मालखाना प्रभारी सुजीत कुमार अपने सहयोगियों के साथ 15 फरवरी की रात पौने 12 बजे धक्का देकर जब्त की गई जीप को बाहर ले जाते और उसी जगह पर पुरानी खटारा जीप लगाते दिख रहा है। यह जीप गत आठ फरवरी को मटिहानी थाना क्षेत्र में धक्के से एक छात्रा की मौत के बाद जब्त की गई थी।
