
सासाराम के अमरा तालाव निवासी किराना के थोक व्यवसायी सूरज प्रसाद को अपराधियों ने सोमवार की रात 50 लाख रुपए फिरौती के लिए अगवा कर लिया था। जिसे सोन नदी के किनारे पडरी घाट के समीप एक ठिकाने पर छुपाकर रखा था। घटना के तीन घंटे के अंदर सक्रिय हुई पुलिस ने अगवा व्यवसायी को मुक्त कराते हुए घटना में प्रयुक्त उजले रंग की स्विफ्ट कार, एक पैशन प्रो मोटरसाइकिल, देशी कट्टा और कारतूस सहित सात अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। इस पूरे गिरोह का सरगना छोटू सिंह बताया गया है। रोहतास एसपी रौशन कुमार ने घटना के बाद एक प्रेस वार्ता में जानकारी दिया कि छोटू सिं 2023 में भी डेहरी नगर थाना के एक अपहरण कांड का आरोपी रहा है। जो हाल ही में जेल से छूटकर सूरज प्रसाद की अपहरण की योजना बनाते हुए इस घटना को अंजाम दिया।
सीसीटीवी के फुटेज से हुआ खुलासा पुलिस ने जब घटना के बाद अमरा तालाब के आस पास सीसीटीवी कैमरे का फुटेज खंगाला तो एक स्विफ्ट डिजायर कार में बैठाकर व्यवसायी को ले जाने का मामला सामने आया। पुलिस टीम जब जानकारी लेने लगी तो पता चला कि वह स्विफ्ट कार बहराढ़ के रास्ते अकोढ़ीगोला की ओर गई है। फिर नासरीगंज में पड़री के तरफ ले जाए जाने की जानकारी मिली। उसके एक घंटे बाद ही उस स्विफ्ट कार के सासाराम पहुंचकर बड्डी के तरफ जाने की सूचना प्राप्त हुई। जिसे देख रोहतास पुलिस ने शिवसागर, बड्डी, चेनारी व करमचट थाना को सूचित कर सक्रिय किया गया। बेदा से बड्डी के तरफ जाने के रास्ते में लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर वह स्विफ्ट कार पुलिस द्वारा देखी गई। जिसका पीछा कर पकड़ा गया तो उसमें छोटू सिंह मिला।
छोटू दरिगांव थाना क्षेत्र के धनपुरवा का रहने वाला है। जिसके साथ बेदा के राहुल, बासा के चंदन, मथुरापुर के राहुल, पड़री के उमाशंकर, टूनू और हथिनी के पप्पू पासवान इस घटना को अंजाम देने में शामिल थे। रोहतास एसपी रौशन कुमार ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद छोटू सिंह ने स्वीकार किया कि 50 लाख रुपए फिरौती के लिए सूरज प्रसाद को अगवा किया गया था। जिसकी योजना पूरे गिरोह ने बनाई थी। योजना को अंजाम देने के लिए कुछ दिनों से व्यवसायी की गतिविधियों की निगरानी रखी गई। उसके बाद सोमवार की देर रात दुकान से घर लौटने के क्रम में अगवा कर लिया गया। एसपी ने बताया कि अपहरण होने के तीन घंटे के अंदर रोहतास पुलिस की टीम द्वारा अपहृत को मुक्त कराया गया। पुलिस ने जब छोटू सिंह को पकड़कर पूछताछ की तो उसने पड़री के समीप उस ठिकाने के बारे में जानकारी दी। जहां अगवा करने के बाद किराना व्यवसायी सूरज प्रसाद को अपराधियों ने रखा था। पुलिस की दूसरी टीम वहां पहुंचकर छापेमारी की तो उमाशंकर के घर से व्यवसायी को बरामद कर लिया गया। जहां मौजूद टूनू कुमार और पप्पू कुमार पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर लिए गए। जब इनसे पूछताछ शुरू हुई तो घटना में शामिल मथुरापुर के राहुल के बारे में जानकारी मिली। जो अपहृत के रखे गए ठिकाने की निगरानी कर रहा था।