बिहार के गोपालगंज में पश्चिम बंगाल के डीएसपी और उनके पिता पर चाकू से जानलेवा हमला मामले में एक नया खुलासा हुआ है. बड़ा खुलासा यह है कि खुद को डीएसपी बताने वाला घायल फर्जी डीएसपी निकला. सारण डीआईजी नीलेश कुमार ने बयान दिया कि चाकू लगने से घायल होने वाला शख्स फर्जी डीएसपी निकला. खुद को डीएसपी बताकर पुलिस को घटना की सूचना दी थी.आपको बता दें कि घटना गोपालगंज के विशंभरपुर थाना क्षेत्र के बलुवन सागर गांव की है. यहां पिता-पुत्र को चाकू मारा गया है. घायल डीएसपी और उनके पिता को इलाज के लिए सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. खुद को डीएसपी बताने वाले चाकू से घायल हुए शख्स का नाम अभिषेक गिरी और उनके पिता का नाम तारकेश्वर गिरी है.
घायल अभिषेक गिरी ने खुद को पश्चिम बंगाल में साइबर डीएसपी के पद पर तैनात बताते हुए पुलिस को घटना की जानकारी दी थी. इस मामले में पहले मीडिया रिपोर्ट में जो जानकारी सामने आई वह थी कि डीएसपी महापर्व छठ पूजा पर छुट्टी लेकर घर आया हुआ था. आज शाम में अपने पिता को लेकर बाइक से वह बाजार गया था. सब्जी खरीद कर घर लौटने के दौरान गांव के पास रास्ते में कुछ लोगों के साथ कहासुनी हो गईइनके बीच का विवाद देखते-देखते इतना बढ़ गया कि अफरा-तफरी का माहौल बन गया. परिजनों और ग्रामीणों ने मिलकर दोनों को सदर अस्पताल पहुंचाया. पुलिस हमलावरों की पहचान कर रही है. जल्द गिरफ्तारी की जाएगी.
मधुबनी के मनमोहन गांव से भी बदमाशों द्वारा युवक को गोली मारने की घटना को अंजाम दिया गया है. युवक को गंभीर हालत में डीएमसीएच रेफर किया गया है. यह घटना बासोपट्टी थाना के मनमोहन गांव की है. इस घटना में पुलिस ने एक बदमाश को गिरफ्तार भी कर लिया है इससे पहले बीते दिन बिहार के मोकामा में भी दुलारचंद यादव नाम के शख्स की हत्या कर दी गई. इस हत्याकांड में बड़े नेता भी एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं.
