
बिहार प्रशासनिक सेवा (2011 बैच) की अधिकारी श्वेता मिश्रा का गाजियाबाद के नूरसराय में एक फ्लैट और उनके नाम से गाजियाबाद के एनएच-58 के राजनगर एक्सटेंशन के ग्राउंड फ्लोर पर शॉपिंग स्पेश (नंबर – जी-14 ‘गौरस हाई स्ट्रीट’) भी पाया गया। छापेमारी के दौरान 1.40 लाख रुपये के जेवरात के रसीद भी मिले हैं। वहीं, बरामद जमीन के दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
एसवीयू के अनुसार छापेमारी के पूर्व श्वेता मिश्रा पर कुल 80 लाख 11 हजार 659 रुपये गैरकानूनी तरीके से संपत्ति अर्जित करने के आरोप में विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई। आरोपी श्वेता मिश्रा पर ज्ञात स्रोतों के अनुसार आय से 84.34 प्रतिशत से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला बनता है। किंतु, छापेमारी के बाद पाया गया कि प्राथमिकी में दर्ज आरोपों के अलावा भी करीब 60 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति है।
बिप्रसे पदाधिकारी श्वेता मिश्रा बिहार के विभिन्न जिलों में तैनात रही हैं और विवादों के बीच हमेशा ही घिरी रही हैं। इसके पूर्व वे डेहरी (रोहतास), बाल अधिकार संरक्षण आयोग, पटना, आरा (भोजपुर), में भी विभिन्न पदों पर तैनात रही हैंl इन ठिकानों पर हुई छापेमारी कटिहार के मनिहारी स्थित लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी का कार्यालय कटिहार समाहरणालय के समीप मिरचाबारी स्थित श्वेता मिश्रा के किराये का मकान पटना के शेखपुरा स्थित एजी कॉलोनी के आराध्या मॅशन में फ्लैट. नंबर – 202 श्वेता मिश्रा के प्रयागराज स्थित स्वेता मिश्रा।