पेपर लीक मामले में फरार सरगना संजीव मुखिया के नालंदा स्थित ठिकानों पर मंगलवार को आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की बर टीम ने छापेमारी की। जांच दल ने नगरनौसा प्रखंड के शाहपुर बलवापर गांव स्थित संजीव मुखिया के पैतृक घर के साथ नूरसराय हार्टिकल्चर कालेज में भी तलाशी ली। ईओयू अधिकारियों के अनुसार, आधी रात तक तलाशी और हिसाब-किताब का काम जारी था। टीम के सदस्यों ने लगभग छह घंटे तक परिवार वालों से पूछताछ की और संपत्ति का जायजा लिया, ताकि आगे जब्ती की कार्रवाई की जा सके।
नगरनौसा से मिस्त्री बुलवाकर आलमीरा तोड़वाए और कागजात खंगाले। सूत्रों की मानें तो अधिकारियों के हाथ कई महत्वपूर्ण कागजात लगे हैं। टीम में विभाग के 10 विशेष अधिकारी थे। संजीव मुखिया नूरसराय हार्टिकल्चर कालेज में तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत है। ईओयू की टीम कालेज भी पहुंची और सहकर्मियों से उसके बारे में पूछताछ की। प्रश्नपत्र लीक मामले का राजफाश होने के बाद से ही संजीव मुखिया फरार है। वर्ष 2016 में सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में पहली बार उसका नाम सामने आया था।
बीपीएससी शिक्षक बहाली परीक्षा के पेपर लीक मामले में वह जेल भ जा चुका है। संजीव मुखिया का पुत्र डा. शिव कुमार प्रश्नपत्र लीक मामल में अभी जेल में बंद है। विगत एक दशक से संजीव मुखिया सरकार व शासन में पकड़ बनाने के लिए पत्नी ममता देवी को पंचायत से लेक राज्य की राजनीति में सक्रिय किए हुए था। वह नगरनौसा की भुतहाखार पंचायत से मुखिया भी रहीं। पिछली बार उसने हरनौत विधानसभा क्षेत्र से पत्नी को लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट पर चुनाव भी लड़वाया था।