
दियारा क्षेत्र के पतलापुर बाजार स्थित चार गैराज में छापेमारी कर चोरी की 60 बाइक बरामद की गई। मामले में पुलिस ने दो बाइक गैराज मालिक को भी गिरफ्तार किया, जबकि दो मालिक भाग गए। पुलिस ने चारों गैराजों से नई और पुरानी 70 बाइक जब्त की। हालांकि 10 बाइक स्थानीय लोगों के थे, जिन्हें जांच पड़ताल के बाद छोड़ दिया गया। छापेमारी की खबर फैलते ही दियारे में सनसनी फैल गई। छापेमारी का नेतृत्व एएसपी भानु प्रताप सिंह ने किया।
एएसपी ने बताया कि पतलापुर बाजार में बाइक गैराज में चोरी की बाइक रखे होने की सूचना मिली। बाइक के जन और चेचिस फेरबदल कर खरीद बिक्री का काम होता है। उन सभी गाड़ियों से अपराध भी किये जाते हैं। इसके बाद टीम के साथ पतलापुर बाजार पहुंचे। उन्होंने बताया कि मनीष गैराज के पास 26 बाइक, लालू के गैरेज से 12 और सद्दाम के गैरेज से 11, और अबुल के गैरेज से 11 मोटरसाइकिल बरामद की गई, जिसमें अधिकतर बाइक का इंजन और चेचिस विसा हुआ था। साथ ही गाड़ी का नं. प्लेट टूट्टा हुआ और स्पष्ट अंकित नहीं पाया गया। छापेमारी के क्रम में पतलापुर निवासी लल्लू महतो और हेतनपुर निवासी मनीष कुमार को गिरफ्तार किया गया। वहीं, अबुल और सद्दाम भाग गए। दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।गैराज में बाइक के सामानों का इधर- उधर कर दिया जाता था, ताकि पहचान में नहीं आए। किसी-किसी बाइक के इंजन भी बदल दिया जाता है। फिर उस बाइक को आठ से दस हजार रुपए में बेच दिया जाता था। बताया जाता है कि इन बाइकों का उपयोग अपराध, चेन स्नेचर, शराव विक्रेता और दूध देने वाले ज्यादा करते हैं। दियारा क्षेत्र में चोरी की बाइक का ज्यादा प्रचलत्र है। कारण कि GV वहां कभी चेकिंग नहीं की जाती है।
एएसपी ने बताया कि चारों गैराजों करीब 70 बाइक बरामद की गई से थी, जिसमें कुछ बाइक स्थानीय लोगों ने बनने के लिए दिया था। स्थानीय लोगों की बाइक को जांच पड़ताल के बाद वापस लौटा दिया गया। थानाध्यक्ष मनीष आनंद ने बताया कि हत्या, लूट्, डकैती और मामले में छापेमारी करने मंगलवार की देर रात दारोगा सोनू कुमार यादव, दारोगा आशीष कुमार, दारोगा प्रिया गुप्ता और दारोगा रीना कुमारी समेत अन्य पुलिस बल दियारा गया था। इसी दौरान गुप्त सूचना मिली कि पतलापुर बाजार में बाइक मित्री पे चोरी की मांगी है। उस बाइक की इंजन और चेचिस बदलकर बेचा जाता है। पांच हजार में बेचते थे चोरी की बाइक : पतलापुर बाजार से बरामद चोरी की बाइक के पीछे कितने राज छिपे हैं। चोरों का एक नेटवर्क है, जो पटना, दानापुर, छपरा से बाइक चोरी कर दियारा में औने-पौने दामों में बेचा करते थे। बदमाश चोरी की एक बाइक को चार-पांच हजार रुपए में बेचते थे।