
जिले भर में चल रहे पटना पुलिस के रोको-टोको अभियान की आड़ में कार सवार युवकों से भयादोहन करने वाले गौरीचक थाने के दारोगा विवेक कुमार, दो होमगार्ड और निजी चालक प्रेम कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। विवेक वर्ष 2019 बैच का दारोगा है। घटना एक नवंबर की रात 11 बजे की है। पीड़ित जितेंद्र कुमार की शिकायत पर जांच शुरू हुई, जिसमें दारोगा समेत चारों आरोपित दोषी पाए गए।
दारोगा के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दारोगा की बर्खास्तगी भी संभव है। साथ ही दोनों होमगार्ड का अनुबंध रद करने के लिए बिहार गृहरक्षा वाहिनी को पत्र भेजा गया है। एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि पुलिसकर्मियों पर लगे गंभीर आरोप की जांच सिटी एसपी पूर्वी को सौंपी गई थी। आरोप सत्य पाए जाने पर दारोगा समेत चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इन चारों ने रामगंज स्थित एमएस स्नेह फ्यूल्स नामक पेट्रोल पंप के यूपीआइ स्कैनर के माध्यम से पीड़ित से 10,200 रुपये रिश्वत लिए थे।
दीदारगंज के कोठिया निवासी जितेंद्र पिपरा थाना क्षेत्र के शेखपुरा गांव में एक दोस्त के शादी वर्षगांठ समारोह से चार अन्य दोस्तों के साथ लौट रहे थे। रास्ते में बोलेरो से गश्त कर रहे दारोगा विवेक कुमार, दो होमगार्ड व निजी चालक के साथ गश्त पर थे। गश्ती दल ने पहले जितेंद्र की कार की तलाशी ली, जब कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला तो झूठे केस में गिरफ्तार करने की धमकी दी और रिश्वत लेकर छोड़ा था। गश्ती दल ने झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर ऐठी थी रिश्वत।