
सारण में पुलिस ही लुटेरी बन गई है। हाजीपुर के एक निजी अस्पताल संचालक का भयादोहन कर तीन हजार रुपये वसूले का मामला सत्य पाए जाने पर एसएसपी डा. कुमार आशीष ने कड़ी कार्रवाई की है। मामले में डायल 112 की पुलिस टीम में शामिल एएसआइ, होमगार्ड व पूर्व फौजी चालक पर नयागांव थाने में प्राथमिकी कर गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही तीनों को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए पुलिसकर्मियों में एएसआइ शशि भूषण कुमार, पूर्व फौजी चालक जय प्रकाश राय और होमगार्ड वीर बहादुर सिंह शामिल हैं। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी को पुलिस द्वारा अवैध वसूली की जानकारी हो तो वे बेहिचक सूचित करें। त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
घटना 12 जून को रात लगभग 08:30. बजे की है। दरियापुर थाना क्षेत्र के भुआल निवासी राकेश कुमार राय के पुत्र निजी अस्पताल संचालक पंकज कुमार अपनी कार से कर्मी रूपेश कुमार के साथ दरियापुर से हाजीपुर जा रहे थे। रास्ते में नयागांव थाना क्षेत्र के बहेरवा गाछी निचली रोड पर डायल-112 की पुलिस टीम ने उनके वाहन को रोककर जांच की।
इस दौरान पुलिस ने उनपर गांजा रखने का झूठा आरोप लगाते हुए 10 हजार रुपये की मांग की, अन्यथा जेल भेजने की धमकी दी। इसके बाद पुलिस ने उनके कर्मी को अपनी गाड़ी में बैठा लिया। अंततः तीन हजार रुपये लेकर उन्हें छोड़ा। दूसरे दिन पंकज ने दरियापुर थाने में इस प्रकरण की शिकायत की। थानाध्यक्ष ने एसएसपी डा. कुमार आशीष को सूचित किया तो उन्होंने सोनपुर के अपर पुलिस अधीक्षक प्रीतीश कुमार को आरोप की जांच का निर्देश दिया।