
नवादा पुलिस की ओर से साइबर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन फायरवॉल ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में एक बार फिर नौ साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। वारिसलीगंज थाना क्षेत्र की चकवाय पंचायत के दक्षिण बाधी मैदान में पुलिस ने छापेमारी कर रंगेहाथ नौ साइबर अपराधियों को धर दबोचा, जबकि कुछ अपराधी भागने में सफल हो गए। पकड़े गए अपराधियों से 11 एंड्रॉयड मोबाइल, एक कीपैड मोबाइल, डेटा सीट व डेटा डायरी बरामद हुआ है। साइबर ठग फाइनेंस समेत विभिन्न कंपनियों के नाम पर भोले-भाले लोगों से ठगी कर रहे थे। गिरफ्तार जालसाजों में चकवायमीर बिगहा निवासी सत्येंद्र प्रसाद का पुत्र सुधांशु पटेल, चकवाय ग्रामीण विजय पासवान का पुत्र विक्की कुमार, अर्जुन राम का पुत्र राजेश कुमार, द्वारिका ठाकुर का पुत्र सुधीर कुमार, रामवृक्ष पासवान का पुत्र गौतम कुमार, प्रेमन पंडित का पुत्र अरविंद पंडित, अनिल मिस्त्री का पुत्र मंटू कुमार, राजेंद्र पंडित का पुत्र सूरज कुमार शामिल हैं। सभी चकवाय गांव के रहने वाले हैं। जबकि झारखंड राज्य के बेरमो थाना बोकारो, वर्तमान पता चकवाय निवासी जगदीश शर्मा के पुत्र संतोष कुमार शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है। सभी को पुलिस अभिरक्षा में बुधवार को व्यवहार न्यायालय नवादा भेजा गया। पकरीबरावां एसडीपीओ महेश कुमार चौधरी ने वारिसलीगंज थाना में प्रेस वार्ता कर पूरे मामले की जानकारी दी।
पेड़ के नीचे लगा था साइबर अपराधियों का जमावड़ाः पकरीबरावां एसडीपीओ महेश कुमार चौधरी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि बाधी मैदान में बरगद पेड़ के नीचे साइबर अपराधियों का जमावड़ा लगा हुआ है, जो सीधे-साधे लोगों को लोन देने का झांसा देकर ठगी कर रहे हैं। इसके बाद एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया, जिसमें थानाध्यक्ष रूपेश कुमार सिन्हा, संजय कुमार, अभिषेक कुमार, जयप्रकाश कुमार, लोकेश कुमार समेत कई पुलिस पदाधिकारियों व बलों को शामिल किया गया। इसके बाद जाल बिछाकर नौ अपराधियों को धर दबोच लिया गया। हालांकि कुछ अपराधी भागने में सफल रहे। एसडीपीओ ने बताया कि घटनास्थल के पास से बरामद मोबाइल में 07 मोबाइल नम्बर फर्जी पाये गये हैं।
फर्जी मोबाइल नंबरों में दो नंबर का साइबर से संबंधित ठगी की शिकायत साइबर पुलिस पोर्टल पर भी दर्ज पाई गई है। मौके से भागे अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी की जा रही है। उल्लेखनीय है कि साइबर अपराध के विरुद्ध नवाद पुलिस की ओर से जारी अभियान के तहत जून में अब तक साइबर अपराभमें लिप्त कुल 19 अपराधियों क गिरफ्तार किया गया है। जालसाजों ने ठगी के धंधे में स्वीकार की संलिप्तता पुलिस के अनुसार गिरफ्तार सभी जालसाजों ने ठगी के धंधे में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। जबकि गांव में चल रहे ठगी के सिंडिकेट का खुलासा पुलिस के समक्ष किया है। पकड़ाये अपराधियों से पूछताछ करने पर पता चला कि ये लोग फाइनेंस समेत कई अन्य कंपनियों से लोन दिलाने के नाम पर ग्राहकों का प्राप्त कस्टमर डाटा, जिसमें ग्राहक का मोबाइल नंबर, नाम पता आदि के बारे जानकारी अंकित रहता है, उस डाटा में अंकित मोबाइल नंबर पर ये लोग संपर्क कर लोन देने के नाम पर ठगी का काम करते हैं।