पीएनबी ग्राहकों के कई खातों से पांच करोड़ रुपये उड़ाने के मामले में धन शोधन अधिनियम के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुजफ्फरपुर में दबिश डाली। ईडी ने 83 लाख रुपये आरोपितों के बैंक खातों में फ्रीज कराए हैं।
ईडी की टीम ने मामले के आरोपितों के चार ठिकानों पर तलाशी ली। इसमें कई दस्तावेज, अपराध में उपयोग की गई सामग्रियां आदि जब्त कर टीम अपने साथ पटना ले गई है। सूत्रों के अनुसार ईडी की टीम ने 11 दिसंबर को छापेमारी की थी। ईडी ने बताया कि शातिरों ने यह फ्रॉड सिम कार्ड स्वैपिंग और ऑनलाइन बैंकिंग में हेरफेर वाले एक जटिल तरीके से किया था। ग्राहकों के
बैंक खातों में एसएमएस अलर्ट और ऑनलाइन बैंकिंग ऑथेंटिकेशन के लिए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों का अपराधियों ने स्वैपिंग के जरिए दूसरा सिम निकाल लिया। डुप्लीकेट सिम मिलते ही शातिरों ने पीएनबी के टोल-फ्री सर्विस नंबर पर मैसेज भेजकर पीड़ितों के खातों पर इंटरनेट बैंकिंग सेवा सक्रिय कर दी। फिर उन खातों से बड़ी राशि अंतरित कर ली। कई खातों में रुपये भेजने के बाद आखिर में 1.29 करोड़ रुपये कोलकाता के एक एटीएम से नकद में निकाले गए। इन राशियों को अपराधियों के अलग-अलग बैंक खातों में जमा करा लिए।
