
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गया जी में पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया। शुक्रवार की शाम गया एयरपोर्ट से अपने छोटे पुत्र अनंत अंबानी के साथ सड़क मार्ग से देश के प्रसिद्ध उद्योगपति विष्णुपद मंदिर पहुंचे। मंदिर परिसर की धूप घड़ी से दायीं ओर स्थित हरि मंडप में बैठकर पिंडदान किया। एक दिनी कर्मकांड के तहत मुकेश अंबानी ने विष्णुपद, फल्गु और अक्षयवट का विधान किया। मिली जानकारी के अनुसार, करीब घंटे तक बैठकर पिंडदान करने के बाद मुकेश अंबानी और अनंत अंबानी विष्णुपद मंदिर के गर्भगह में गए। यहां विष्णुचरण पर पिंड अर्पित कर पूर्वजों के मोक्ष की कामना की।
हरि मंडप में बने विशेष वातानुकूलित केबिन में पितरों की मोक्ष की कामना की पिंडदान के लिए विष्णुपद मंदिर परिसर के हरि मंडप में ब्रातानुकूलित केबिन बनाया गया था। दो भाग में बनाए गए इस केबिन में पहले में बैठने और दूसरे में पिंडदान की पूरी व्यवस्था की गई थी। विशेष विमान से गया एयरपोर्ट उतरकर मुकेश अंबानी शाम 5.45 बजे विष्णुपद मंदिर पहुंचे। करीब एक घंटे तक पूजा-अर्चना के बाद 6.40 में पिता-पुत्र गया एयरपोर्ट के लिए निकल गए। पिंडदान के बाद तीर्थ पुरोहित गयापाल शंभू लाल विट्ठल बताया कि मुकेश अंबानी पहली बार गया जी आए हैं। इनका पैतृक गांव गुजरात के जूनागढ़ जिले का चोरवाड़ गांव है। पिंडदान में गयापाल नीतीश लाल विठ्ठल, जय लाल विठ्ठल व विजय लाल विठ्ठल ने सहयोग किया।
विकास का दिया आश्वासनतीर्थ पुरोहित शंभू लाल विठ्ठल ने बताया कि श्री अंबानी ने विष्णुपद मंदिर के विकास और अपने समाज के लिए धर्मशाला बनवाने का आश्वासन दिया है। बताया कि मुकेश अंबानी ने कहा कि यहां आकर बहुत अच्छा लगा। पितरों के लिए पिंडदान करके संतुष्टि हुई।