बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोन मोंथा ने मंगलवार सुबह एक गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले लिया है और इसके आज रात तक आंध्र प्रदेश के तट के पास टकराने की उम्मीद है। इस तूफान ने पहले ही आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तमिलनाडु में हवाई और रेल यातायात को बाधित कर दिया है, जिससे अधिकारियों को बड़े पैमाने पर एहतियाती कदम उठाने पड़े हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, मोंथा ने कई तटीय इलाकों में भारी बारिश और तेज़ हवाएं लाई हैं, जिसमें दक्षिणी ओडिशा के आठ जिले – मलकानगिरी, कोरापुट, रायगड़ा, गजपति, गंजाम, नबरंगपुर, कालाहांडी और कंधमाल शामिल हैं। ओडिशा सरकार ने अपनी तैयारी योजना के तहत निचले इलाकों और भूस्खलन वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है।
मौसम की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए, विशाखापत्तनम से गुजरने वाली 32 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। ईस्ट कोस्ट रेलवे ने टाटानगर-एर्नाकुलम एक्सप्रेस का रूट भी बदल दिया है और भुवनेश्वर-जगदलपुर और राउरकेला-जगदलपुर एक्सप्रेस को बीच में ही रोक दिया है। इसी तरह, फ्लाइट ऑपरेशन भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, विशाखापत्तनम एयरपोर्ट से सभी उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं और आंध्र प्रदेश के गन्नावरम एयरपोर्ट पर 30 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
इस बीच, नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) ने तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पुडुचेरी के तटीय जिलों में 22 टीमें तैनात की हैं, और 20 अतिरिक्त टीमें स्टैंडबाय पर रखी हैं। साइक्लोन मोंथा के तट से टकराने से पहले बचाव और राहत कार्यों में मदद के लिए हर टीम नावों, कटिंग टूल्स और कम्युनिकेशन उपकरणों से लैस है।
