
समाहरणालय परिसर में फर्जी नंबर लगी स्कार्पियो पर सवार मनियारी थानाध्यक्ष देवव्रत कुमार को लोगों ने घेर लिया। पुलिस वाहन जब्त कर थाने ले आई। वैशाली जिले के गोरौल बहादुरपुर के मो. सनाउल्लाह स्कार्पियो से बाजार में खरीदारी करने आए थे। समाहरणालय परिसर में अपने वाहन का नंबर दूसरी स्कार्पियो में लगा देख हैरान हो गए।
इसके बाद वे उस वाहन के समीप पहुंचे। उस पर पुलिस की वर्दी में बैठे एक व्यक्ति को देख परेशान हो गए। फर्जी नंबर लगाकर पुलिस पदाधिकारी के घूमने का मामला सुनकर लोगों की भीड़ लग गई। लोगों ने गाड़ी को घेर लिया। दो स्कार्पियो पर एक ही नंबर लगा देख वह भी हैरान हो गई।
इसके बाद मनियारी थानाध्यक्ष उस गाड़ी से उतर गए। फिर नगर थाने की पुलिस दोनों स्कार्पियो को थाने पर लाई। मो. सनाउल्लाह ने पुलिस पदाधिकारी को बताया कि उनकी गाड़ी उनके भाई के नाम पर है। सात वर्ष पूर्व कलमबाग रोड स्थित शोरूम से खरीदी थी। इधर, फर्जी नंबर लगी स्कार्पियो के बारे में बताया गया कि वह सीतामढ़ी के बैरगनिया निवासी यास्मिन के नाम पर है। उक्त गाड़ी समस्तीपुर के ट्रैवल एजेंसी संचालक विवेक राज ने मनियारी थानाध्यक्ष को उपलब्ध कराई है। मनियारी थानाध्यक्ष देवव्रत कुमार का कहना है कि स्कार्पियो पुलिस लाइन से एएलटीएफ के लिए ट्रैवल्स एजेंसी के माध्यम से उपलब्ध कराई गई है।