मणिपाल हॉस्पिटल्स समूह ने आज ‘अन्वेषण’ नामक एक नई पहल की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य मीडिया और आम लोगों के बीच स्वास्थ्य से जुड़ी सही जानकारी और लगातार चिकित्सा सीखने को बढ़ावा देना है। इस कार्यक्रम में मणिपाल हॉस्पिटल्स, धाकुरिया के वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट और यूरो-ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. बस्तब घोष, इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. आयुष गोयल और मणिपाल हॉस्पिटल्स, बेंगलुरु के चेयरमैन एवं स्पाइन सर्जन डॉ. एस. विद्याधर (वर्चुअली जुड़े) ने हिस्सा लिया। विशेषज्ञों ने बताया कि आज के समय में चिकित्सा क्षेत्र में लगातार नई तकनीकें और जानकारी सामने आ रही हैं, इसलिए डॉक्टरों और आम जनता दोनों के लिए अपडेट रहना बहुत जरूरी है। ‘अन्वेषण’ शब्द संस्कृत से लिया गया है, जिसका अर्थ है खोज करना और समझना। यह कार्यक्रम मणिपाल हॉस्पिटल्स की निरंतर सीखने और समाज को सटीक स्वास्थ्य जानकारी देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस पहल के ज़रिए डॉक्टरों और मीडिया के बीच बेहतर संवाद स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि लोगों तक सही और भरोसेमंद स्वास्थ्य जानकारी पहुँच सके।
डॉ. बस्तब घोष ने कहा, “मणिपाल कॉम्प्रिहेन्सिव कैंसर सेंटर में हर मरीज की देखभाल विभिन्न विशेषज्ञों की टीम मिलकर करती है। कैंसर का इलाज केवल दवाओं या सर्जरी से नहीं होता, बल्कि इसमें टीमवर्क, सटीकता और संवेदना की जरूरत होती है। जब अस्पताल में सभी सुविधाएं एक ही जगह पर मिलती हैं, तो मरीज को बेहतर इलाज के साथ आत्मविश्वास और सुकून भी मिलता है।” डॉ. एस. विद्याधर ने कहा, “डॉक्टर के लिए सीखना कभी खत्म नहीं होता। हर साल नई तकनीकें और शोध सामने आते हैं जो इलाज को और बेहतर बनाते हैं। आज रोबोटिक स्पाइन सर्जरी जैसी आधुनिक तकनीकें सटीकता बढ़ाती हैं और रिकवरी का समय घटाती हैं। ‘अन्वेषण’ जैसी पहल डॉक्टरों और मीडिया को एक साथ लाती है ताकि लोगों तक सही जानकारी पहुँच सके और समाज का स्वास्थ्य बेहतर हो।”
डॉ. आयुष गोयल ने बताया, “सर्दियों में दमा, ब्रोंकाइटिस और सीओपीडी जैसी सांस की बीमारियाँ बढ़ जाती हैं। धनबाद जैसे क्षेत्रों में प्रदूषण और धूलकणों के कारण खतरा और बढ़ जाता है। लोगों को मास्क पहनना, सुबह-शाम के समय बाहर कम निकलना और समय-समय पर फेफड़ों की जांच कराना चाहिए। समय पर पहचान और इलाज से गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। मणिपाल हॉस्पिटल्स में हम इलाज के साथ-साथ जागरूकता पर भी जोर देते हैं, क्योंकि रोकथाम ही सबसे बेहतर इलाज है।” डॉक्टरों ने बताया कि मणिपाल हॉस्पिटल्स के सभी केंद्रों में अनुभवी विशेषज्ञों की टीम 24 घंटे उपलब्ध रहती है, जो आधुनिक तकनीक और विश्वस्तरीय सुविधाओं की मदद से मरीजों को सटीक और समय पर इलाज प्रदान करती है। कार्यक्रम के अंत में एक इंटरएक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र हुआ, जिसमें डॉक्टरों ने मीडिया के साथ कैंसर से जुड़ी गलतफहमियों से लेकर अंग प्रत्यारोपण जैसी नई प्रगतियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि जैसे डॉक्टरों को लगातार सीखते रहना चाहिए, वैसे ही मीडिया भी लोगों तक सही स्वास्थ्य जानकारी पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
