
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही (वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही) में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत से 7 प्रतिशत के बीच रहने की उम्मीद है। ऐसा विवेकाधीन खर्च में वृद्धि के कारण होगा, जिससे देश में मांग-आधारित विकास को बढ़ावा मिलेगा। जीवीए वृद्धि दर 6.5% एसबीआई रिसर्च ने कहा कि इस तिमाही में सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में वास्तविक और नाममात्र वृद्धि के बीच का अंतर काफी कम हो जाएगा।