
धनरुआ थाना क्षेत्र में प्रतिशोध में हत्याओं का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा। रविवार और सोमवार को को अलग-अलग गुटों के बीच एक बार फिर खूनी खेल से इलाका दहल उठा। रविवार की दोपहर एक गुट के युवक राहुल कुमार को बाइक सवार बदमाशों ने ओवरटेक कर गोली मार दी, इसके प्रतिशोध में प्रतिद्वंद्वी गुट के पिता-पुत्र का अपहरण कर बेरहमी से पिटाई की और दरधा नदी में फेंक दिया।
इनमें पुत्र दीपक पासवान की मौत हो गई, जबकि पिता राजेन्द्र पासवान अभी तक लापता है। थाने के जौदीचक जमालपुर गांव में हुई इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। बताया जाता है कि राहुल को गोली मारने की घटना के चंद घंटे बाद रविवार रात 10-12 हथियारबंद लोग जौदीचक गांव में पहुंचे। आरोप है कि उन्होंने प्रतिद्वंद्वी गुट के दीपक पासवान (25) और उनके पिता राजेन्द्र पासवान 55 को घर से जबरन उठा लिया। दोनों को दरधा नदी किनारे ले जाकर हाथ-पैर बांधकर पिटाई की और फिर नदी में फेंक दिया। बीते पांच वर्षों से जौदीचक गांव में दो गुटों के बीच वर्चस्व को लेकर खूनी संघर्ष जारी है। 2022 से अब तक चार हत्याएं और एक गोली लगने से जख्मी हो चुके हैं। दिसंबर माह में धर्मवीर हत्याकांड के बाद राहुल नामजद आरोपितं था जिसे रविवार को राहुल कुमार को गोली मारी गई और उसके चंद घंटों बाद वारदात हुई।
स्टेट हाइवे पर बवाल, 5 घंटे सड़क जामः दीपक का शव मिलते ही ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने शव को पटना-गया मुख्य मार्ग पर देवकुली गांव के पास रखकर सड़क जाम कर दिया। आगजनी और नारेबाजी भी हुई। ग्रामीणों की सीधी मांग थी कि जब तक बाकी दोनों युवकों के शव नहीं मिलेंगे, हम जाम खत्म नहीं करेंगे और दीपक का शव भी नहीं उठने देंगे। करीब 5 घंटेतक यह जाम जारी रहा। सूचना पर पटना एसएसपी, एसपी, कई अनुमंडल के डीएसपी, कई थानाध्यक्ष और करीच 200 पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे।लापरवाही का आरोप: ग्रामीणों का आरोप है कि जब तीनों युवकों को घर से उठाया गया, तभी धनरुआ थानाध्यक्ष को सूचना दी गई थी, लेकिन उन्होंने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। इस लापरवाही के चलते घटना हुई।