
एक मां ने कर्ज चुकाने के लिए अपने डेढ़ वर्षीय बेटे को महज नौ हजार रुपये में बेच दिया। घटना में बच्चे के मामा की भी मिलीभगत थी। इंटरनेट मीडिया पर मामला तेजी से प्रसारित हुआ और पुलिस सक्रिय हो गई। उसने बच्चे को बरामद कर कल्याण समिति को सौंप दिया। घटना बुधवार को रानीगंज थाना क्षेत्र स्थित पचीरा गांव की है। जानकारी के अनुसार पचीरा गांव कि वह नौ हजार रुपये में डेढ़ वर्षीय बच्चे मु. गुफरान को बेच दे। इसके बाद तनवीर ने नौ हजार रुपये में बच्चे को डुमरिया गांव के मु. आरिफ के पास बेच दिया।
इंटरनेट मीडिया पर सूचना मिलने के बाद रानीगंज पुलिस बुधवार की देर रात डुमरिया गांव पहुंची और मामले की छानबीन की। जांच के दौरान मामला सत्य पाए जाने पर मु. आरिफ के यहां से बच्चे को बरामद किया गया। आरोपित आरिफ और बच्चे के माता-पिता को थाना बुलाया गया। आरिफ ने पुलिस को बताया कि उसने बच्चे को खरीदा नहीं है। उसे पालने के लिए लिया था। पुलिस ने बच्चे के पिता से भी पूछताछ की। दोनों से अलग-अलग पूछताछ के दौरान पुलिस को बयानों में विरोधाभास मिला। थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेंदु ने बताया कि प्रथमदृष्टया मामला सत्य पाया गया है।
इसकी छानबीन की जा रही है। की रेहाना खातून को आठ बच्चे हैं। जिनमें पांच लड़के व तीन लड़कियां हैं। रेहाना ने बताया कि एक निजी फाइनेंशियल कंपनी से उसने 50 हजार रुपये का कर्ज लिया था। हर महीने उसकी किस्त भरनी होती थी। पिछले तीन माह से वह आर्थिक तंगी के कारण किस्त नहीं चुका पा रही थी। कंपनी के कर्मी दिन-रात कर्ज की किस्तें जमा करने का दबाव बना रहे थे। रेहाना ने बताया कि एक तरफ घर में खाने को अनाज नहीं होता था तो दूसरी तरफ बैंक के कर्ज ने उसे परेशान कर दिया।