
पीरबहोर थाना क्षेत्र के चंबल घाटी में गेसिंग का अड्डा चलाने वाले गिरोह के सरगना राशिद पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका। हालांकि उसके सब्जी बाग स्थित घर में छापेमारी में चार कारतूस, वॉकी-टॉकी, 89 हजार रुपये और पासपोर्ट इत्यादि बरामद हुआ है।
जांच में पुलिस को पता चला है कि गिरोह के पास पुणे से ऑनलाइन नंबर आते थे। जिसके आधार पर गेसिंग में हार-जीत तय होती थी। गिरोह पुलिस की गतिविधि पर नजर रखने के लिए वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल करता था। जैसे ही पुलिस छापेमारी के लिए इलाके में पहुंची थी आरोपित एक दूसरे को . सतर्क कर देते थे। सिटी एसी सेंट्रल दीक्षा ने बताया कि चंबल घाटी इलाके में गेसिंग के अड्डे के संचालन किया जा रहा था। इसकी सूचना पर पीरबहोर पुलिस ने शनिवार की रात वहां छापेमारी कर तीन संचालक और 13 गेसिंग लगाने वालों को गिरफ्तार कर लिया था। उनकी
पहचान मो. सैफ्फुल्लाह, धर्मेंद्र कुमार, मो. आजाद, राशिद, युसूफ, शिवचंद्र महतो, अब्दुल हकिक, राजीव सहनी, नरूल होदा, तौकीर, मन्नान, नाजिम, असरफ, परवेज, सनाउल और नसीम को गिरफ्तार कर लिया था। वहां से हजारों रुपये, गेसिंग चार्ट, कैलकुलेटर और ऑनलाइन पेमेंट के लिए क्यूआर कोड बरामद किया गया है। आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि गिरोह का मुख्य सरगना सरगना राशिद है। जिसके बाद पुलिस ने उसके घर पर छापेमारी की। भनक लगते ही सरगना फरार हो गया। पुलिस ने राशिद के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। वहीं, गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की पहचान जारी है।