
ककोलत में गुरुवार की पूरी रात बारिश के कारण आये भीषण सैलाब से भारी नुकसान के बाद नवादा वन विभाग के वन प्रमंडल पदाधिकारी (डीएफओ) के आदेश पर ककोलत जलप्रपात अगले आदेश तक सैलानियों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। सैलाब के वेग में ककोलत कुंड परिसर में बनी सीढ़ियां और स्टील की रेलिंग को काफी नुकसान हुआ है। कई जगहों पर रेलिंग और सीढ़ियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी हैं। नीचे जाने वाली सीढ़ियां व रेलिंग को भी काफी नुकसान पहुंचा है।
ककोलत जलप्रपात का कुंड परिसर मलबे से भर गया है। नीचे ककोलत परिसर में पानी के निकास के लिए बना नाला पूरी तरह से भर गया है। वहीं ककोलत के मेन गेट से भीतर आने बाली पिच की सड़क को तेज सैलाब के वेग ने पूरी तरह से उखाड़ कर बर्बाद कर दिया है। पिछले पांच साल के बाद गुरुवार की रात आये सैलाब ने ककोलत की खूबसूरती को पूरी तरह से बिगाड़ कर रख दिया। ककोलत में गुरुवार की पूरी रात बारिश के कारण आये भीषण सैलाब से भारी नुकसान के बाद नवादा वन विभाग के वन प्रमंडल पदाधिकारी (डीएफओ) के आदेश पर ककोलत जलप्रपात अगले आदेश तक सैलानियों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
सैलाब के वेग में ककोलत कुंड परिसर में बनी सीढ़ियां और स्टील की रेलिंग को काफी नुकसान हुआ है। कई जगहों पर रेलिंग और सीढ़ियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी हैं। नीचे जाने वाली सीढ़ियां व रेलिंग को भी काफी नुकसान पहुंचा है। ककोलत जलप्रपात का कुंड परिसर मलबे से भर गया है। नीचे ककोलत परिसर में पानी के निकास के लिए बना नाला पूरी तरह से भर गया है। वहीं ककोलत के मेन गेट से भीतर आने बाली पिच की सड़क को तेज सैलाब के वेग ने पूरी तरह से उखाड़ कर बर्बाद कर दिया है। पिछले पांच साल के बाद गुरुवार की रात आये सैलाब ने ककोलत की खूबसूरती को पूरी तरह से बिगाड़ कर रख दिया।