
डुमरिया प्रखंड अंतर्गत छकरबंधा थाना क्षेत्र के तारचुआं गांव में रविवार को दर्दनाक हादसा हुआ। एक झोपड़ी में अलाव की चिंगारी से आग लगी। इस घटना में झोपड़ी में सो रही 6 वर्षीय बच्चा को जिंदा जलने से मौत हो गई। वहीं मृतक किशोर की पहचान 6 वर्षीय चरणजीत कुमार पिता झलू सिंह भोक्ता ग्राम तारचुआं के रूप में किया गया है।
बताया जा रहा है कि तारचुआं गांव किसान झलू सिंह भोक्ता खेत में लगे मसूर और चना की खेत की रखवाली को लेकर खेत में झोपड़ी (मड़ई) लगाकर खेत का रखवाली करता था। वहीं रविवार की सुबह झलू सिंह भोक्ता मड़ई में सो कर उठने के बाद वह नित्य कार्य में लग गया। इसी बीच उसका पुत्र 6 वर्षीय चरणजीत कुमार अन्य बच्चों के साथ खेलते-खेलते उस मड़ई में जाकर सो गया। इसी बीच मड़ई के पास लगी आग चिंगारी की चपेट में आने से उस मड़ई में अचानक आग लगे गई। वहीं मड़ई में सो रहे झलू सिंह भोक्ता 6 वर्षीय बेटा जिंदा जल गया।
साथ ही झोपड़ी में रखे गए अन्य सामान भी जल कर राख हो गया। जब तक गांव के लोग कुछ समझ पाते तब तक पुरे झोपड़ी में आग ने अवहीं इस संबंध में स्थानीय थानाध्यक्ष अजय बहादूर सिंह ने बताया कि तारचुआं गांव में किसान झलू सिंह भोक्ता खेत में लगे मसूर और चना की खेत की रखवाली को लेकर खेत में । झोपड़ी (मड़ई) लगाकर देखभाल करने के लिए अघोरी करता था। वहीं रविवार की सुबह अचानक की झोपड़ी में लगी आग के कारण झोपड़ी में सो रहे उसके 6 वर्षीय पुत्र को झुलसने से दर्दनाक मौत हो गई है। घटना के बाद मृतक के किशोर के शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए गया. मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया है। इसके बाद यह पता लगाया जा रहा है कि यह घटना कैसे हुई है। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।