December 30, 2025
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) अब भारत के डिजिटल परिवर्तन का अहम बिंदु बन चुकी है – यह सुरक्षा, पहुंच और रोजमर्रा के सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही है। इसी बदलाव को देखते हुए, सैमसंग सॉल्व फॉर टुमारो 2025, आईआईटी दिल्ली के सहयोग में देश भर के हजारों छात्रों को एक मंच पर लेकर आया, ताकि वे थीम “सुरक्षित, स्‍मार्ट ओर समावेशी भारत के लिए एआई” के तहत वास्तविक दुनिया की एआई समस्याओं के समाधान डिज़ाइन कर सकें।

इस वर्ष की थीम “सुरक्षित, स्‍मार्ट ओर समावेशी भारत के लिए एआई” के प्रमुख आकर्षण इस प्रकार हैं। 

1. सामाजिक प्रभाव पर केंद्रित थीम 

एआई थीम ने छात्रों को ऐसी तकनीक डिज़ाइन करने के लिए प्रेरित किया जो सार्वजनिक स्थानों में सुरक्षा बढ़ाए, नेत्रहीनों के लिए पहुंच सुधारें और वास्तविक समय में आपातकालीन प्रतिक्रिया में मदद करे।

2. इनोवेटर्स एवं उनकी महत्‍वपूर्ण खोजें 

चक्रव्यूह, एरर 404, पैशनेट प्रॉब्लम सॉल्वर, पर्सीविया और सिकारियो जैसी टीमों ने महिलाओं के सेफ्टी ऐप से लेकर एआई-संचालित निगरानी नेटवर्क, स्मार्ट एनर्जी मीटर और नेत्रहीनों के लिए वियरेबल नेविगेशन डिवाइस तक कई समाधान पेश किए। 

  • चक्रव्यूह (उत्तर प्रदेश): सीमा पर घुसपैठ की गतिविधियों पर अलर्ट भेजने वाला ड्रोन-इनेबल्‍ड एआई मॉनिटरिंग सिस्टम
  • एरर 404 (उत्तर प्रदेश): महिलाओं के लिए एआई-संचालित सेफ्टी ऐप जिसमें रियल-टाइम फॉल डिटेक्शन और इमरजेंसी रिस्पॉन्स है
  • पैशनेट प्रॉब्लम सॉल्वर (दिल्ली): एआई-आधारित एन्क्रिप्शन और प्रेडिक्टिव अलर्ट वाला विकेंद्रीकृत स्मार्ट एनर्जी मीटर सिस्टम 
  • सिकारियो (दिल्ली): नेत्रहीनों के लिए रियल-टाइम फेस रिकग्निशन और ऑफलाइन नेविगेशन सपोर्ट देने वाले एआई ग्‍लासेस

3. थीम विजेता: पर्सीविया

इस थीम के टॉप विजेता—बेंगलुरु के छात्र तुषार शॉ के नेतृत्व वाली टीम पर्सीविया ने एआई-पावर्ड ग्‍लासेस बनाए जो वस्तु को पहचानने और लोकेशन-आधारित मार्गदर्शन प्रदान करते हैं, जिससे नेत्रहीन लोगों को सुरक्षित और स्वतंत्र गतिशीलता मिलती है। 

4. एआई के अलावा अन्य राष्ट्रीय विजेता 

सैमसंग सॉल्व फॉर टुमारो 2025 के अन्य राष्ट्रीय विजेताओं में शामिल हैं: 

  • NextPlay.AI – एआई स्पोर्ट्स कोचिंग प्लेटफॉर्म 
  • पैरास्‍पीक – डीप-लर्निंग स्पीच-क्लैरिफिकेशन डिवाइस 
  • पृथ्वी रक्षक – गेमिफाइड सस्टेनेबिलिटी ऐप 

5. सपोर्ट जिसने इसे संभव बनाया

विजेताओं को आईआईटी दिल्ली में 1 करोड़ रुपये तक का इनक्यूबेशन सपोर्ट मिला, साथ ही टॉप टीमों को 1 लाख रुपये का ग्रांट, गुडविल अवार्ड्स, यंग इनोवेटर अवार्ड्स और गैलेक्सी Z फ्लिप स्मार्टफोन भी दिए गए। 

6. भविष्य के चेंजमेकर्स बनाने वाला मंच

प्रतिभागियों को एफआईटीटी लैब्स, शिक्षा और उद्योग के मेंटर्स तथा संवेदना-आधारित, जिम्मेदार एआई पर केंद्रित डिज़ाइन-थिंकिंग ट्रेनिंग मिली। 2010 से अब तक 68 देशों में 2.9 मिलियन यंग इनोवेटर्स के साथ, सैमसंग सॉल्व फॉर टुमारो भारत में लगातार अगली पीढ़ी के समस्या हल करने वालों को आकार दे रहा है।

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