
प्रदेश में चुनावी घोषणा के बाद प्रदेश की जांच इकाइयां अति सक्रियता से काम में जुट गई हैं। इसी कड़ी में विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने बुधवार को विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रणव कुमार के ठिकानों पर छापा मारा। प्रवण कुमार पर आरोप है कि इन्होंने अपने पद का दुरुपयोग कर पूरी नौकरी में 11 वर्ष के दौरान अकूत संपत्ति अर्जित की। जो कि वेतन एवं अन्य स्रोत से अर्जित संपत्ति से 146 प्रतिशत अधिक है। प्रणव कुमार पर 1.59 करोड़ से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित करने का मुकदमा दर्ज किया गया है।विशेष निगरानी इकाई को प्रणव कुमार के बारे में पुख्ता जानकारी मिली थी।
मामले में मुकदमा दर्ज करने और कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद पांच डीएसपी के नेतृत्व में अलग-अलग टीमें बनाकर प्रणव कुमार के छह ठिकानों पर एक साथ छापा मारा गया। छापेमारी के दौरान इनके पास अकूत संपत्ति होने के प्रमाण मिले हैं। जो प्राथमिकी में दर्ज रकम से कहीं अधिक हैं।छापेमारी के दौरान प्रणव कुमार के निवास से 5.73 लाख नकद बरामद किए गए। विभिन्न बैंकों में इंजीनियर और उनकी पत्नी के बैंक खातों में 15 लाख का निवेश किया गया है। 21 लाख रुपये के जेवरात एवं चार लाख की ज्वेलरी की रसीद भी बरामद की गई है।
प्रणव कुमार ने अपने कार्यकाल में अवैध संपत्ति से 13 अचल संपत्तियां अर्जित की हैं। जिनके दस्तावेज बरामद किए जा चुके हैं।अंचल संपत्तियां: भागलपुर के सुल्तानगंज स्थित महेशी में दो व्यावसायिक जमीन, सबौर में व्यावसायिक जमीन में निर्माण, फतेहपुर अंचल में दो जमीन,राधोपुर में सात प्लाट, महुली में एक प्लाट, जोतगोविंद में सात प्लाट। इसी प्रकार इनके पास कुल 20 प्लाट हैं। इनकी पत्नी प्रीति शबनम के नाम भागलपुर के फतेहपुर एवं सबौर में आवासीय जमीन एवं महेशी में व्यावसायिक जमीन कुल तीन जमीन पाई गई है। विशेष निगरानी के अनुसार प्रणव कुमार एक भ्रष्ट अधिकारी हैं, जिन्होंने अपने सेवाकाल में पद का दुरुपयोग कर संपत्तियां अर्जित की हैं।