
गांधी मैदान में सोमवार की सुबह हुई ईद की नमाज में बड़ी संख्या में अकीदतमंद जुटे। माहे रमजान के 30 रोजा के बाद रविवार को चांद का दीदार हुआ। शहर के अलग-अलग हिस्सों से ईद की नमाज अदा करने लोग गांधी मैदान पहुंचे थे। बड़ी संख्या में गाड़ियों और दो पहिया वाहनों के अलावा पैदल नमाजियों के गांधी मैदान पहुंचने के कारण गेट संख्या 10 (राम गुलाम चौक के सामने) के पास सुबह सवा सात बजे के बाद से ही जाम की स्थिति पैदा हो गई। मौजूद ट्रैफिक पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने स्थिति को संभाला।
नमाजियों को गांधी मैदान में गाड़ियों के साथ प्रवेश करने और गाड़ियों को पार्क करने में परेशानी हुई। 7.35 बजे मैदान में नमाज शुरू हुआ। इसके पहले लगातार माइक से मैदान पहुंच चुके हजरातों को शफे में स्थान लेने की ताकीद की जाती रही। मदरसा शम्शुल होदा के मौजूदा प्राचार्य मौलाना मशहूद अहमद कादरी नदवी ने ईद की नमाज अदा करायी। नमाज की अजान लगते ही मैदान में अकीदतमंद जो जहां थे वहीं चादर, तौलिया बिछा अल्लाह की शान में नमाज अदा की। ईद की नमाज गांधी मैदान के अलावा अन्य जगहों पर भी आयोजित हुई।
गांधी मैदान में काफी संख्या में ऐसे नमाजी भी देखने को मिले, जिन्होंने कुर्सी पर बैठकर नमाज अदा की। इनमें सेकई लोग बीमार थे और कई नमाजियों को कमर से झुकने में परेशानी थी। नमाज शुरु होने के पहले अकीदतमंदों ने एक-दूसरे को इत्र लगाया। गांधी मैदान में कई सुविधाएं नमाजियों के लिए की गई थी। ईद की नमाज अता करने के बाद मौलाना मशहूद अहमद कादरी नदवी ने तकरीर में कहा कि नई नस्ल की बेहतरी के लिए उन्हें तालिम से जोड़ने का प्रयांस सभी को करना चाहिए। शिक्षा के महत्व को सभी को बताना चाहिए। ईद की नमाज अता करने आए सांसद तारिक अनवर ने वक्फ बोर्ड मामले में कहा कि यह बखेड़ा सरकार के तरफ से खड़ा किया जा रहा है। इस संबंध में यदि कोई बिल आएगा तो संसद् में इसका विरोध विपक्ष पूरी ताकत से करेगा। इद उल फितर की नमाज गांधी मैदान में पढ़ने आए अकीदतमंदों ने राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री शुमाएल नवी के जनाजे की नमाज भी पढ़ी।