
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए मुजफ्फरपुर से महुआ ग्रुप आफ कंपनी से जुड़े फर्जीवाड़े में कंपनी के प्रमुख संचालक जवाहर लाल को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी से पूर्व निदेशालय की टीम ने पटना, दिल्ली, दार्जिलिंग के साथ ही कुल चार स्थानों पर छापा भी मारा था। छापेमारी की इस कार्रवाई में ईडी ने कई महत्वपूर्ण डिजिटल उपकरण तथा दस्तावेज के साथ अन्य सामग्री भी बरामदगी की है। हालांकि, प्रर्वतन निदेशालय की ओर से अब तक इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
4 महुआ ग्रुप आफ कंपनी प्रदेश के विभिन्न जिलों में सक्रिय थी। हालांकि, इसका कारोबार मूल रूप से उत्तर बिहार में ज्यादा था। यह कंपनी पोंजी स्कीम के तहत लोगों के साथ ठगी कर रही थी। इस कंपनी के संचालक पूर्व में सहारा इंडिया से जुड़े थे। बाद में इन्होंने कुछ लोगों के साथ मिलकर महुआ कंपनी बना ली थी। कंपनी के जरिए लोगों को विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर उनसे निवेश करा रही थी। बाद में कंपनी ने रातों-रात अपना कारोबार बंद कर दिया और लोगों को पैसा लेकर फरार हो गई।
इस फर्जीवाड़े की जांच प्रारंभ में ईओयू ने शुरू की थी। परंतु, इस मामले की जांच बाद में ईडी को सौंप दी गई थी। निदेशालय ने लंबे समय तक अपनी जांच के बाद सोमवार को इस कंपनी के चार अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की तथा कंपनी के संचालक जवाहर लाल शाह को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां होने की संभावना है। महुआ ग्रुप आफ कंपनी के नाम पर आधा दर्जन से अधिक अन्य कंपनियां भी संचालित होने की बात सामने आ रही है। जिसकी जांच जारी है। अब तक की जांच में करीब सौ करोड़ रुपये की ठगी की बात सामने आई है।