
पटना, मेडिकल परीक्षाओं में धांधली करवाने के आरोपित डॉ. अजय कुमार को पीरबहोर थाने की पुलिस ने गुरुवार को हथुआ वार्ड से गिरफ्तार कर लिया। वह पिछले दो दिनों से पीएमसीएच में घूम रहा था। प्लास्टिक सर्जरी विभाग में वरीय रेजीडेंट डॉक्टर के रूप में उनकी तैनाती होनी थी। इसी सिलसिले में वह फॉर्म भरने के लिये यहां आया था। इसी बीच पीरबहोर थाने की पुलिस को खबर मिल गई। सिटी एसपी स्वीटी सहरावत ने उससे लंबी पूछताछ की। सूत्रों की मानें तो उसने पुलिस को बताया कि पीएमसीएच की आंतरिक राजनीति के कारण उसे फंसाया जा रहा है।
हालांकि, यह स्वीकार किया कि कमरे में मिले जले नोट उसी के थे। लेकिन, कमरे से बरामद मेडिकल परीक्षाओं से जुड़े कागजातों के बारे में किसी तरह की जानकारी होने से इनकार किया। डॉक्टर ने कहा कि कागजातों को दूसरे लड़कों ने उसके कमरे में लाकर रख दिया था। पुलिस उसे कमरे से शराब की बोतल मिलने के मामले में जेल भेजेगी। डॉक्टर के मोबाइल को फॉरेंसिक लैब भेजेगी पुलिसः आरोपित डॉक्टर के कमरे से पुलिस को मोबाइल मिले थे। उसकी गिरफ्तारी के बाद भी एक कमरे से एडमिट कार्ड मिले थे पीएमसीएच से पीजी क्र चुके डॉक्टर अजय के हॉस्टल के कमरे में सात जनवरी को आग लग गई थी।
आग बुझाने के बाद दमकलकर्मी बाहर निकले तो वहां से एनबीई-पीजी के अलग-अलग एडमिट कार्ड भी मिले। जले हुए नोट भी पुलिस ने बरामद किये। मोबाइल बरामद किया गया है। सिटी एसपी सेंट्रल ने बताया कि सभी मोबाइल को जांच के लिये पुलिस फॉरेंसिक लैब में भेजेगी। यह पता चलेगा कि इन मोबाइलों में कौन-कौन से कागजात सेव है। डॉक्टर व्हाट्स पर किन लोगों के साथ और क्या चैट करता था। इसका पता भी चलेगा। आरोपित डॉक्टर को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। नोट और कागजात जलने के बारे में गहराई से पूछताछ की जायेगी।