गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस के बोर्ड ने अपनी होल्डिंग कंपनी, ‘गो डिजिट इन्फोवर्क्स सर्विसेज’ का खुद में विलय करने की योजना को मंजूरी दे दी है। बीमा कानूनों में संशोधनों के बाद यह पहला ऐसा मामला है जहाँ एक बीमा कंपनी का विलय एक गैर-बीमा होल्डिंग कंपनी के साथ हो रहा है। इस कदम का मुख्य उद्देश्य होल्डिंग कंपनी की परत को हटाकर शेयरधारकों को सीधे बीमा व्यवसाय से जोड़ना और अनुपालन तथा प्रशासनिक लागतों को कम करना है। इस योजना के तहत किसी भी नकद राशि का भुगतान नहीं किया जाएगा।
विलय के बाद, प्रमोटर शेयरहोल्डिंग मामूली रूप से बढ़कर ७२.१७ प्रतिशत से ७२.२ प्रतिशत होने का अनुमान है। अतिरिक्त शेयर ३७५.१ रुपये प्रति शेयर के प्रीमियम भाव पर जारी किए जाएंगे। ३० सितंबर, २०२५ तक कंपनी ने २३,२८९ करोड़ रुपये की संपत्ति और ५,६४९ करोड़ रुपये का टर्नओवर दर्ज किया है। यह योजना शेयरधारकों, आईआरडीएआई , सेबी और एनसीएलटी जैसी नियामक संस्थाओं की मंजूरी के अधीन है।
