
नेटवर्किंग कंपनी डीबीआर के ठिकानों पर शनिवार देर रात तक पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने छापेमारी की। इस दौरान मुक्त होने वालों की संख्या 400 से बढ़कर 568 हो गई। इनमें 79 नाबालिग और चार लड़कियां हैं। नाबालिगों को जिला बाल कल्याण समिति पूर्वी चंपारण को सौंप दिया गया। इसके बाद इन्हें बाल गृह मोतिहारी/बेतिया में आवासित किया गया। मुक्त बच्चों से एसडीओ शिवाक्षी दीक्षित ने आपबीती सुनी।
इसके बाद कंपनी के कोरिया टोला स्थित दफ्तर को सील करने का निर्देश दिया गया। प्रशासन ने रविवार को कंपनी के कार्यालय को सीओ की उपस्थिति में सील कर दिया।
इस बीच, रविवार को एसपी स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर रक्सौल थानाध्यक्ष राजीवनन्दन सिन्हा ने कंपनी के संचालक एनामुल हक के अलावा तीन अन्य पर प्राथमिकी दर्ज की। इनमें तीन लोगों को गिरफ्तार कर मोतिहारी केंद्रीय कारा भेज दिया गया है। फिलहाल पुलिस तीनों का नाम सार्वजनिक नहीं कर रही है। एसपी ने संचालक एनामुल अंसारी पर शिकंजा कसा है।