निज कुशेश्वरस्थान मुख्य पथ में पिपरा पेट्रोल पंप के पास गुरुवार रात एक बेकाबू ट्रक ने भेड़ों के झुंड को कुचल दिया। इससे एक सौ से अधिक भेड़ की मौत हो गई। भेड़ों के झुंड के साथ मौजूद लोग बाल-बाल बच गये। हादसे में 50 से अधिक भेड़ें बुरी तरह घायल हुई हैं। हादसे के बाद ट्रक का चालक व खलासी फरार हो गया। घटना से आक्रोशित लोगों ने मुआवजे की मांग को लेकर शुक्रवार को छह घंटे तक सड़क जाम कर रखा।
हादसे के बाद सिंघिया-हिरणी कुशेश्वरस्थान मुख्य पथ पर दूर तक भेड़ों के शव और खून बिखरे हुए थे। ग्रामीणों ने बताया कि रोसड़ा की भिड़हा पंचायत के फतेपुर मोतीपुर गांव निवासी अजय रावत, अजीत रावत, लक्ष्मी रावत, अरुण रावत ने 200 भेड़ पाल रखी थी। खेत की उपज बढ़ाने के लिए रात में उनमें भेड़ों को बैठाया जाता है। इसके एवज में किसान उन्हें पैसा देते हैं। वे गुरुवार की रात करीब 11 बजे भेड़ों के झुंड लेकर बलहा गांव से अगले पड़ाव सिंघिया के केल्हुआ घाट के लिए जा रहे थे। इसी दौरान सिंधिया की ओर से आ रहे बेकाबू ट्रक ने भेड़ों के झुंड को रौंद दिया। आगे जा रहे एक टैंकर ने ट्रक के रास्ते को रोक दिया। निकलने की कोशिश में ट्रक असंतुलित हुआ और सड़क से नीचे जाने लगा। पलटने की आशंका पर चालक व खलासी ट्रक छोड़कर फरार हो गए।
इधर, ट्रक की चपेट में आये भेड़ों का शोर सुन आसपास के ग्रामीण जाग गए। सड़क पर हर तरफ खून ही खून और मरे हुए भेड़ों को देख लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने ट्रक को क्षतिग्रस्त कर दिया। कुछ लोगों ने 112 नंबर को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष घटनास्थल पर पहुंच कर सभी मृत भेड़ों को सड़क किनारे कर रास्ता शुरू कराया।