
पटना आय से अधिक संपत्ति के मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने शुक्रवार को बिहार राज्य खाद्य निगम के मोतिहारी के लेखापाल राजेश कुमार के पटना, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर के छह ठिकानों पर छापेमारी की। इसमें लेखापाल के पास दर्जनों जमीन, मकान, गोदाम और फ्लैट के दस्तावेज मिले हैं, जिनका मूल्य करोड़ों रुपये में होने की संभावना है। यह संपत्ति लेखापाल ने अपने और स्वजनों के नाम पर खरीदी है। कुछ बेनामी संपत्तियां भी मिली हैं।
ईओयू अधिकारियों के अनुसार, अब तक की छापेमारी में प्राप्त बैंक खातों में 12 लाख 53 हजार 247 रुपये मिले हैं, जिसे फ्रीज करा दिया गया है। प्राथमिकी जांच में राजेश कुमार के पास आय से एक करोड़ 36 लाख 31 हजार रुपये की संपत्ति मिली है, जो करीब 201.94% है, मगर तलाशी के बाद इसमें अभी और वृद्धि होने की संभावना है। देर रात तक छापेमारी जारी थी।
राजेश वर्ष 2016 में बिहार स्टेट फूड एंड सिविल सप्लाई कारपोरेशन लिमिटेड, पटना में संविदा पर बहाल हुआ था। वह 5200-20,200 ग्रेड पे 2400 रुपये के वेतनमान पर लेखापाल के रूप में नियुक्त हुआ था। वह बिहार राज्य खाद्य निगम, मोतिहारी में पदस्थापित है। सड़क किनारे एक बीघा जमीन, कई शहरों में फ्लैट ईओयू के अनुसार, लेखापाल के पास सड़क किनारे लगभग एक बीघा जमीन खरीदे जाने के दस्तावेज मिले हैं। यह जमीन पटना के आसपास के इलाके में है। इसके अलावा छापेमारी वाले शहरों में भी जमीन और फ्लैट से जुड़े दर्जन भर से अधिक दस्तावेज मिले हैं। वाहन के कागजात, लैपटाप, मोबाइल और अन्य डिजिटल उपकरण भी ईओयू ने जब्त किए हैं, जिनकी जांच कराई जा रही है।