पश्चिम बंगाल सरकार ने भवानीपुर में एक निजी कॉलेज को विश्वविद्यालय का दर्जा देने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की विधानसभा सीट भवानीपुर में स्थित इस कॉलेज के लिए अगले हफ़्ते राज्य विधानसभा में ‘दि भवानीपुर ग्लोबल यूनिवर्सिटी बिल 2024’ पेश किया जाएगा।
बुधवार को विधानसभा के कार्यकाल को एक दिन के लिए बढ़ाने का निर्णय लिया गया। यह फैसला विधानसभा के स्पीकर बिमान बनर्जी के कक्ष में हुई कार्यसूची समिति की बैठक में लिया गया। बैठक के दौरान यह तय हुआ कि राज्य में तीन नई निजी यूनिवर्सिटीज के लिए विधेयक पेश किया जाएगा। इनमें सबसे प्रमुख ‘भवानीपुर ग्लोबल यूनिवर्सिटी बिल’ है, जो ममता बनर्जी की विधानसभा सीट से संबंधित है।
भवानीपुर में ‘भवानीपुर गुजराती एजुकेशन सोसाइटी’ नामक एक कॉलेज है, जिसे आमतौर पर भवानीपुर एजुकेशन कॉलेज के नाम से जाना जाता है। इस कॉलेज को अब विश्वविद्यालय का दर्जा देने की योजना है। इस विधेयक को बुधवार को विधानसभा में शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु पेश करेंगे। इसके लिए विधानसभा में एक घंटे का समय निर्धारित किया गया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धीरे-धीरे 2026 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपनी सक्रियता बढ़ा रही हैं। भवानीपुर में विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाना, ममता के लिए राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, खासकर विधानसभा क्षेत्र के गैर-बंगाली हिंदू मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए।
2014 के लोकसभा चुनाव में भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के तत्कालीन राज्य अध्यक्ष सुब्रत बक्सी को 176 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा, 2021 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा उम्मीदवार रुद्रनील घोष ने कई वार्डों में तृणमूल के उम्मीदवार शोभनदेव चटर्जी को पीछे छोड़ दिया था।
भवानीपुर ग्लोबल यूनिवर्सिटी के अलावा, अगले हफ्ते मंगलवार को ‘दि रामकृष्ण परमहंस यूनिवर्सिटी बिल 2024’ और ‘दि रविंद्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी बिल 2024’ भी विधानसभा में पेश किए जाएंगे। इन विधेयकों पर चर्चा के लिए डेढ़ घंटे का समय निर्धारित किया गया है।