
नेपाल में युवाओंन ओर बवाल से पैदा हुए हात्तात धीर-धीर सामान्य होने लगे हैं। हालांकि बिहार और उत्तरप्रदेश के नेपाल सीमा से सटे इलाकों में चौकसी और सक्त लगातार जारी है। इसबीच विहार की सीमा पर नेपाल की जेलों से भागे आठ कैदी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। काठमांडू जेल से भागे तीन विदेशी नागरिकों को भारत में घुसने के दौरान मिगफ्तार किया गया। मधुवनी के बासापट्टी सीमा पर गुरुवार देर रात सरएसवी व बासोपट्टी पुलिस ने तीनों का ट्याचा। इनमें ग्राप्तीत्व के नागरिक लरीसन बेरोस्टो दौस (25) और महिनाथापुर बॉर्डर से दा नाइजीरियाई नागरिक आबांनो अगरनीन अकलगो (32) व ओदेह आलुवास गो स्लोरी (26) शामिल हैं। तीनों काठमांडू जेल में बांट थे।
इनके पास से नेपाल से भारत में घुरग्न का रुष्ट चार्ट भी मिला है। तीनों के पास शरत में घुसने का वीजा-पासपोर्ट जैसे अधिकृत दावावे न नहीं था। इनके अलावा मधुबनी के मधवापुर सीमा से एक, सीतामढ़ी के बेरमनिया संभा की तीन अंदर वाल्मीकिनगर सीमा से एक कैदी को पहाड़ा गया। सभी केटियों को सारल फुल्लिस के हवाले कर टिया कथा बासोपट्टी थानाध्यक्ष विकास कुमार ने बताया कि पुलिस प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई कर रही है।उधर, बिहार मे सटे नेपाल के सीमावती शहरों में शुक्रवार को शांति रही। कहीं से हिंसक प्रदर्शन की सूचना नहीं है। नेपाल सेना व पुलिस की संवेदनशील जगहों पर गश्त जारी है। हालांकि, एहतियात के तौर पर वीरगंज, सिरहा व बारा में कर्फ्यू जारी है।
दौरान सुबह व शाम में जरूरी सामा की खरीदारी के लिए कर्फ्यू में ढील जा रही है। मालवाहक ट्रकों की आवाजाही शुरूगोरखपुर के सोनौली में भी शुक्रवार को नेपाल से सटे सीमावतीं इलाको में चहल-पहल बढ़ गई। सोनौली और बढ़नी दोनों कस्टम नाकों से मालवाहकों को नेपाल भेजने का क्रम शुरू हो गया। शुक्रवार को भारत से पेट्रोल, डीजल, गैस व फल-सब्जी के करीब 112 मालवाहक नेपाल भेजे गए। हालांकि अभी निषेधाज्ञा लागू है। लखीमपुर खीरी के पलियाकला से सटी नेपाल की नौ सितंबर से सील सीमा से भी माल वाहक वाहनों को नेपाल में प्रवेश की अनुमति दी गई।