October 14, 2025
crime 1

फर्जी वीजा और टिकट देकर विदेश भेजने के नाम पर युवकों से ठगी का बड़ा खुलासा मुजफ्फरपुर में हुआ है। शहर के बैरिया में एक मॉल में तीन माह से विदेश भेजने वाले रैकेट का ऑफिस (इंपीरियल इंटरप्राइजेज) चल रहा था। 300 से अधिक बेरोजगारों से करीब तीन करोड़ रुपये की ठगी की बात सामने आ रही है।29 बेरोजगार युवकों को पश्चिमी अफ्रीका के बेनिन देश का फर्जी वीजा और टिकट देकर मुंबई एयरपोर्ट भेजा गया था। वहीं, कई युवकों को अमेरिका व यूरोप के अलग-अलग देशों का फर्जी वीजा देने की भी बात सामने आई है। एयरपोर्ट पर जांच के बाद वीजा फर्जी निकला तो सभी लौट आए। गुरुवार को ये युवा बैरिया स्थित मॉल में पहुंचे तो ऑफिस बंद था। इस पर बेरोजगार युवकों ने ऑफिस के बाहर हंगामा शुरू कर दिया।
हंगामे की सूचना पर सिटी एसपी कोटा किरण कुमार, एसडीपीओ टाउन टू विनीता सिन्हा, अहियापुर थानेदार रोहन कुमार
समेत बड़ी संख्या पुलिस मौके पर पहुंची।

पुलिस अधिकारियों ने ठगी के शिकार युवकों को समझाकर शांत कराया। वहीं, युवकों के आवेदन के आधार पर अहियापुर थाने में विदेश भेजने वाले रैकेट के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इसमें झारखंड के धनबाद जिले के कलरास रोड भटकुलिया निवासी अभिषेक कुमार, रंजीत कुमार शर्मा, संदीप, विनय शर्मा और मो. अरमान को नामजद आरोपित बनाया गया है। अरमान का जुड़ाव दिल्ली के रैकेटियर से होने की बात बताई जा रही है। सभी आरोपितों का मोबाइल नंबर भी पीड़ितों ने पुलिस को दिया है। जिन बैंक खातों में रुपये लिएगए, उसका ब्योरा भी पुलिस को मुहैया कराया गया है।अलग जिलों के युवकों से विदेश के नाम पर मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के अलग ठगी हुई है। विदेश भेजने के नाम पर ठगी के रैकेट में धनबाद से लेकर दिल्ली तक के शातिर शामिल थे। मुजफ्फरपुर में ऑफिस संचालन से जुड़े पांच लोगों को नामजद आरोपित बनाया गया है।कंप्यूटर आदि कागजातों की पुलिस जांच ताला बंद ऑफिस को खोलकर उसमें करेगी। इसके बाद मामले में और खुलासा विदेश भेजने का रैकेट लंबे समय से उत्तर होगा। फर्जी वीजा के आधार पर डंकी रूट से बिहार में संचालित होता रहा है। मोतिहारी और गोपालगंज इलाके में इसका पहले खुलासा हो चुका है।विदेश भेजने के नाम पर बेरोजगारों से बड़े पैमाने पर ठगी का मामला सामने आया है। ऑफिस बंद कर सभी आरोपित फरार हो चुके हैं। ऑफिस का ताला खोलकर उसकी जांच की बड़े गिरोह से होने की आशंका जाएगी। इस रैकेट का जुड़ाव है। एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

अहियापुर थाने में कथैया के परोहा निवासी ओपिन कुमार के आवेदन पर एफआईआर दर्ज की गई है। अन्य युवकों के आवेदन को भी इस एफआईआर में टैग किया जाएगा। विदेश भेजने के लिए युवाओं को प्लंबर, ड्राइवर, फीटर, बिजली मिस्त्री आदि का वीजा दिया गया था। ओपिन ने पुलिस को बताया है कि 90 हजार रुपये लेने के बाद उसे वीजा व टिकट दिया गया। उसे खाड़ी देश भेजने की बात हुई थी। वीजा लेकर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा तो उसको नकली बता दिया गया। इसके बाद सभी 29 लोग लौटकर बैरिया स्थित ऑफिस पहुंचे। तब तक ऑफिस बंद कर सभी आरोपित फरार हो चुके थे।

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