
खिजरसराय (गया) इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर स्टंट करता वीडियो अपलोड कर मशहूर होने की ललक में रील बनाने की सनक ने पांच जिंदगियां छीन लीं।गुरुवार को एक ही मोहल्ले के 12 किशोर खिजरसराय थाना क्षेत्र के केनी घाट पर फल्गु नदी में स्नान करने पहुंचे। वहां पुल के पिलर से छलांग लगाते हुए रोल बनाने लगे।इसी क्रम में सभी गहराई में तेज धार में फंस गए। इनमें पांच की डूबने से मौत हो गई। पांच किसी तरह तैरकर किनारे आए। किनारे खेल रहे एक बालक ने लड़कों को डूबते देख नदी में छलांग लगा दी और एक-एक कर दो को बाहर निकालने में सफल रहा। मृतकों की उम्र 12 से 17 वर्ष थी। दो किशोर गुरुवार को खिजरसराय के पनारी स्थित नागार्जुन प्लस टू हाईस्कूल में 11वीं की आंतरिक परीक्षा देकर लौट रहे थे। तभी और भी किशोर उनके साथ हो गए। नदी में रील बनाने पहुंच गए थे। वे आए दिन इसी तरह रोल बनाने वहां जाते थे। जीवित बचे सात किशोरों में दो की स्थिति नाजुक है, जिन्हें मगध मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। उधर, खिजरसराय अस्पताल में मृत्यु की पुष्टि के बाद स्वजन पांचों का पार्थिव शरीर बिना पोस्टमार्टम कराए घर ले गए। सभी किशोर अलग अलग कक्षाओं के छात्र हैं।
सभी बेला थाना क्षेत्र के छोटी मस्जिद मोहल्ले के बताए गए। उनमें से कई अपने-अपने घर से बाजार जाने की बात कहकर निकले थे। गत मंगलवार को ही सारण केगड़खा थाना क्षेत्र के फुर्सतपुर चंवर के पोखरे में चार बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी। वे चारों भी स्कूल नहीं जाकर पोखर में अठखेलियां करने पहुंच गए थे, जबकि किसी को तैरना नहीं आता था।रहीस ने बचाई दो की जान, कहा-बड़े होकर नहीं बनाएगा रील जिस समय किशोर नदी में रील बना रहेथे, किनारे खड़ा रहीस मांझी उन्हें हसरत भरी निगाहों से देख रहा था। देखते-देखते नजारा बदल गया। सभी तेज धार में फंसकर बचाओ बचाओ पुकारने लगे। रहीस ने कहा कि उसने परिणाम की चिंता किए बिना नदी में छलांग लगा दी।
डूब रहे एक किशोर के सिर का बाल पकड़ में आया तो उसे किनारे तकले आया। इसके तुरंत बाद दूसरे का। को भी इसी तरह बचाया। कहा, वह बड़ा होगा तो कभी भी डूबे हुए किशोरों की तरह स्टंट नहीं करेगा और रील तो कभी नहीं बनाएगा। रहीस रामवृज नगर का निवासी है। उसने मो. तैसिक और मो. जासिफ की जान बचाई है। दोनों का उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, खिजरसराय में कराया गया। बच्चों के डूबने की सूचना पर आसपास के गांव के लोग नदी किनारे जुट गए। सूचना मिलने पर एसडीएम केशव आनंद, एसडीपीओ सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार, अंचल अधिकारी चंदन कुमार मौके पर पहुंचे और स्थानीय गोताखोरों नारां को बुलाकर डूबे किशोरों की तलाश, लश् शुरू कराई।श्रीपुर गांव के गोताखोर अजय जरउज कुमार, साजन कुमार, अखिलेश अस्त्त्या कुमार, मोछ मल्लाह, आदित्य श्य कुमार, गोलू कुमार, जितेंद्र मल्लाहलाताह ने मिलकर मात्र दस मिनट के अंदर डूबे पांचों किशोरों को बाहर निकाल लिया। इनमें मो. साहिल, मो. जैन, मो. सूफियान, मो. साजिद, मो. अनस शामिल हैं। नीमचक बथानी के एसडीएम केशव आनंद ने गोताखोरों को अनुमंडल कार्यालय बुलाया और नकद राशि देकर सम्मानित किया।